राहुल गाँधी सोमवार को पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर गए। वह इससे पहले भी कई मंदिर जा चुके हैं। वे एक नीति के तहत बीजेपी के उग्र हिन्दुत्व का जवाब 'नरम हिन्दुत्व' से देना चाहते हैं।
बीजेपी ने राजस्थान में बाग़ी चार मंत्रियों और सात अन्य वरिष्ठ नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर ये नेता बाग़ी हो गए थे।
राहुल ने राजस्थान के नेता सी पी जोशी के बयान को कांग्रेस के मूल्योे के ख़िलाफ़ बताया। जोशी ने कहा था, ब्राह्मण ही हिन्दुत्व पर इतना जानते हैं कि बोल सकते हैं।
कांग्रेस ने भंवरी देवी हत्याकांड के दो अभियुक्तों के परिजनों को चुनाव का टिकट देकर मुसीबत खड़ी कर ली है। क्या राहुल इन उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे?
लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनाने पर बहस चल रही है। मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी इस मुद्दे को हाथ से नहीं जाने देना चाहतीं।
मुसीबतों से पार पाना वसुन्धरा के लिए आसान नहीं होगा। केन्द्रीय नेतृत्व के साथ भी उनके रिश्ते बेहतर नहीं हैं, ऐसे में उनके लिए पार्टी को जिताना बड़ी चुनौती है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार कम से कम पांच हिंदू संत टिकट पा सकते हैं। इसमें से चार संतों ने भाजपा तो एक ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
राजस्थान बीजेपी जातियोँ की एक ऐसी इंजीनियरिंग करने की कोशिश में है जिससे प्रभावशाली जातियोँ की नाराज़गी को दूर किया जा सके और वे पार्टी के लिए सफल मोहरे साबित हों।