सुप्रीम कोर्ट में दो महिला पत्रकारों-पेट्रीसिया मुखिम और अनुराधा भसीन ने राजद्रोह क़ानून के ख़िलाफ़ याचिक दायर कर कहा है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की स्वतंत्रता के अधिकार की पूर्ण प्राप्ति को बाधित करता है।
सरकार ने कश्मीर टाइम्स के दफ़्तर को अचानक क्यों सील किया? क्या वह इस अख़बार को बंद करना चाहती है? क्या वह मीडिया के मुँह पर ताले लगाने की मुहिम के तहत ऐसा कर रही है? पेश है कश्मीर टाइम्स की एक्ज़ीक्यूटिव एडिटर अनुराधा भसीन से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बेबाक बातचीत।
कश्मीर टाइम्स के श्रीनगर कार्यालय को सोमवार को सील कर दिए जाने के बाद अख़बार की संपादक अनुराधा भसीन ने कहा है कि कश्मीर के बारे में ज़मीनी हकीक़त बताने के लिये मुझे प्रतिशोध का निशाना बनाया गया है।
अनुराधा भसीन ने आरोप लगाया है कि कुछ गुंडों ने जम्मू में उनके सरकारी फ्लैट पर धावा बोलने के बाद घरेलू सामान को नष्ट कर दिया और फ्लैट पर क़ब्ज़ा कर लिया है। साल 2000 में भसीन को यह फ्लैट आवंटित किया गया था।