बीजेपी बार बार क्यों आरोप लगाती है कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को वह सम्मान नहीं दिया जिसके वह हक़दार थे? अब इसने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में अपमान किए जाने का आरोप क्यों लगाया है?
वरुण गांधी पर एक समय बीजेपी के 'फ़ायर ब्रांड’ नेता होने का लेबल चिपका था। उन्हें योगी आदित्यनाथ के बराबर खड़ा करने की तैयारी शुरू हो चुकी थी। तो फिर अब ऐसा क्या हो गया कि सबकुछ बदल गया?
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने यह कहकर विवाद छेड़ दिया है कि वे 'जी हुजूर-23' नहीं हैं। क्या इस वक़्त बीजेपी और कांग्रेस का अंदरुनी हाल एक-जैसा होता जा रहा है?
लोकसभा चुनाव तो बीजेपी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर लड़ती ही है, विधानसभा चुनावों में भी उनका ही चेहरा आगे क्यों किया जाता है? क्या इसीलिए गुजरात और उत्तराखंड जैसे राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में नये चेहरे उतारे जाते हैं?
क्या आम जनता इस आशंका में रहती है कि प्रधानमंत्री बगैर किसी योजना के कभी भी कुछ भी घोषणा कर दे सकते हैं और उसका खामियाजा देश भुगतता रहेगा? पढ़ें श्रवण गर्ग का यह लेख।
बीजेपी विधायक राम कदम ने हिन्दू राष्ट्रवादियों की तुलना तालिबान से करने के कारण गीतकार व पटकथा लेकर जावेद अख़्तर की फ़िल्मों के बायकॉट का एलान किया है।
जाति जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी के सामने आख़िर मुश्किल क्या है? क्या सिर्फ़ विपक्षी दलों का ही दबाव है? सहयोगी दल तो भी जाति जनगणना के पक्ष में हैं। ख़ुद बीजेपी के कई सांसद भी भी तो पक्ष में हैं।
2022 की शुरुआत में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं और पार्टी ने वहां सर्वे कराना शुरू किया है। यह सर्वे नमो एप पर हो रहा है, यानी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वे का सीधा फ़ीडबैक मिलेगा।
बीजेपी और आरएसएस के लिए यूपी चुनाव ज़्यादा बड़ा मसला है। बीजेपी और संघ यूपी को किसी भी क़ीमत पर नहीं गँवाना चाहते। दक्षिणपंथी राजनीति के लिए यूपी का चुनाव कई लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार करने वाली जदयू अब उसी सरकार में अपने लोगों को मंत्री बनवाना चाहती है।