कोरोना के चलते देश-दुनिया के बाज़ारों में अभूतपूर्व मंदी है लेकिन भारत की राजनीतिक मंडी में जनप्रतिनिधियों की ख़रीद-फ़रोख़्त का क़ारोबार अबाध गति से जारी है।
मध्य प्रदेश में सरकार में रहने तक कमलनाथ और कांग्रेस के झंडे तले खड़े बसपा के दो, सपा के एक और दो निर्दलीय विधायकों ने अब अपने हाथों में ‘कमल’ को थाम लिया है। इसके साथ ही बीजेपी की राज्यसभा के लिए दो सीटें पक्की हो गई हैं।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अपने घरों को लौट रहे प्रवासियों की मौत होना छोटी और अलग घटना है और रेलवे को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। घोष के इस बयान पर विरोधी दलों के नेताओं ने कड़ी टिप्पणी की है। Satya Hindi
घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों से रेल भाड़ा वसूलने के मुद्दे पर क्या बीजेपी झूठ बोल रही है? क्या रेलवे ने उन्हें मुफ़्त यात्रा की सुविधा दी है? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
बीजपी के टिकट पर 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ने वाला तारिक़ अहमद मीर हिज़बुल मुजाहिदीन को हथियार सप्लाई किया करता था। उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है। बीजेपी का कहना है, मीर को 2018 में ही पार्टी से निकाल दिया गया था। क्या है मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
बीजेपी विधायक सुरेश तिवारी ने कहा है कि मुसलमानों से सब्जी न खरीदें। मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने की क्या वजह है? क्या है पूरा मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के सुर बदले हुए क्यों हैं? वे क्यों मुसलमानों के प्रति नरम दिखने की कोशिश कर रहे हैं? क्या है मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
बीजेपी के नेता बार-बार क्यों गोडसे के समर्थन में खड़े हो जाते हैं? वे कभी उसे आतंकवादी मानने से इनकार कर देते हैं, कभी उसे मुर्दाबाद कहने से इनकार कर देते हैं, तो कभी उसका कोई नेता गोडसे को देशभक्त बता देता है?