पन्द्रह सालों की सत्ता गँवाने के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी अपने पुराने और बुरे दौर में खड़ी नज़र आ रही है। फ़िलहाल प्रदेश बीजेपी के हाल मध्यप्रदेश की सत्ता वापसी के पहले वाली कांग्रेस खेमे जैसे बने दिख रहे हैं।
बीजेपी और बुजुर्ग - पीढ़ियों का बदलाव या बदला - बीजेपी ने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी टिकट नहीं दिया है।
'राष्ट्रवाद', और देश की आंतरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर घेरने वाली बीजेपी को कांग्रेस ने अब मोदी के पुराने भाषणों से जवाब दिया है। कांग्रेस ने ऐसे पुराने भाषणों वाले वीडियो दिखाकर चार सवाल पूछे हैं।
आडवाणीजी आज ब्लॉग लिख कर बीजेपी और मोदी जनता पार्टी का फर्क बता रहे हैं। लेकिन ‘भावनाओं के सवाल’ को बवाल बनाने की कोशिश तो आडवाणीजी की पीढ़ी ने ही शुरू की थी।
उत्तराखंड में यह रोचक संयोग है कि पिछले दो चुनावों में जिस दल की राज्य में सरकार रही, उसे लोकसभा में शून्य अंक मिला। 2009 में बीजेपी और 2014 में यहाँ कांग्रेस सता में थी और दोनों को ज़ीरो सीट मिली थी।
उत्तर भारत में विपक्ष ने मोदी जी के समक्ष हथियार डाल दिये हैं। अब निहत्थे अवाम को अपनी लाज ख़ुद अपने हाथों से बचानी होगी क्योंकि मीडिया उसके वस्त्र लेकर पहले ही पेड़ पर चढ़ गया है।