अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बाद समूह ने सफाई दी कि जिस खबर की वजह से उनके शेयरों में गिरावट आई थी वो खबर ही सही नहीं थी। इसके बाद गिरावट न सिर्फ थम गई बल्कि कई शेयर काफी सुधरकर बंद हुए।
पूंजी बाज़ार ने शायद यह पहले ही मान लिया है कि सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी पहले से बहुत कम होगी। यह इससे समझा जा सकता है कि बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदनशील सूचकांक सेंसेक्स पहले ही 899.12 अंक गिरा।
अर्थव्यवस्था के आईसीयू में पहुँच जाने से घबराई केन्द्र सरकार ने आख़िरकार रामबाण इस्तेमाल कर ही दिया। क़रीब 20 बिलियन डॉलर का जुआ खेलकर मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की जिससे सेंसेक्स ने आज रिकॉर्ड तोड़ दिया।
सऊदी अरब में अरैमको के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद भारतीय शेयर बाज़ार बुरी तरह गिरा, बीएसई सेंसेक्स 642 अंक टूटा। बीएसई के 30 में से 27 शेयर घाटे में बंद हुए।
एग्ज़िट पोल के नतीजों से शेयर बाज़ार जिस तेज़ी से आगे बढ़ा है, वह अस्थायी हो सकता है। शेयरों की क़ीमतें एक बार फिर गिर सकती हैं, क्योंकि आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है।