महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण शिरडी के साई बाबा मंदिर में दर्शन का समय बदल दिया गया है। साई बाबा मंदिर प्रशासन ने आम भक्तों के लिए दर्शन का समय अब सुबह 6 बजे से रात के 9 बजे तक कर दिया है।
महाराष्ट्र में कोरोना की चिंताएँ फिर से काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई हैं। इतनी ज़्यादा कि दो ज़िलों में नये सिरे से पाबंदियाँ लगाई गई हैं। अमरावती ज़िले में शनिवार शाम 8 बजे से सोमवार सुबह तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई है।
पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति भले ही चिंताजनक नहीं दिखे, लेकिन महाराष्ट्र और केरल की स्थिति दूसरी कहानी बयाँ करती है। पिछले दो हफ़्ते से महाराष्ट्र में संक्रमण बढ़ता दिख रहा है।
ब्रिटेन सहित कई देशों में नए क़िस्म के कोरोना के ख़ौफ़ के बीच महाराष्ट्र सरकार ने फिर से रात का कर्फ्यू लागू किया है। यह कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रहेगा।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए महाराष्ट्र ने दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, राजस्थान और गोवा यानी चार राज्यों के लोगों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट ज़रूरी कर दिया है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका है। इसका अंदाज़ा सरकारी तैयारी से ही लगाया जा सकता है। अधिकारियों को कोरोना के इलाज के लिए आवश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य दवाओं के बफर स्टॉक को बनाए रखने के लिए कहा गया है।
देश में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण से प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी संक्रमित हुए हैं। राज्य में 11 हज़ार 773 पुलिसकर्मी कोरोना के पॉजिटिव पाए गए जिनमें से 124 की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले 5 लाख से ज़्यादा हो गए हैं। दुनिया भर में यह ऐसा चौथा राज्य हो गया है जहाँ किसी राज्य/प्रोविंस में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं।
महाराष्ट्र देश का ऐसा पहला राज्य है जहाँ कोरोना संक्रमण के मामले 3 लाख से ज़्यादा हो गये हैं। 24 घंटे में 8348 नये मामले आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 लाख 937 हो गई है। मृतकों की संख्या 11 हज़ार 596 हो गई है।
अकेले महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण का मामला 2 लाख के पार पहुँच गया है। यह पहला और देश का एकमात्र राज्य है जहाँ संक्रमित हुए लोगों की संख्या दो लाख को पार की है।
कोरोना संक्रमण से महाराष्ट्र में इतनी बदतर स्थिति क्यों है? जितनी मौतें पूरे देश भर में हुई हैं उसकी क़रीब आधी (क़रीब 42 फ़ीसदी) मौतें महाराष्ट्र में हुईं। संक्रमण ज़्यादा क्यों? मौतें ज़्यादा क्यों? और ज़िम्मेदार कौन?
कोरोना संक्रमण के मामले में मुंबई में प्रशासन को जो बड़ी सफलता मिली है वह है एशिया की सबसे बड़े स्लम धारावी में। पहले की तुलना में कोरोना वायरस के मामले अब काफ़ी कम हो गए हैं।