भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन का मानना है कि देश आर्थिक महाविनाश की कगार पर खड़ा है और अर्थव्यवस्था को सुधारना अकेले प्रधानमंत्री कार्यालय के बूते की बात नहीं है।
लॉकडाउन के बीच ही अब दो-तीन दिनों के अंदर पूरे देश भर में रेलवे स्टेशनों पर काउंटर पर टिकट मिलने लगेंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
देश में लॉकडाउन को लगे दो महीने हो रहे हैं। इन दो महीनों में क्या कोरोना से लड़ाई में देश जीता या हारा, यह सवाल उठना चाहिये। और अगर संकट बढ़ा है तो क्यों और कौन इसके लिये ज़िम्मेदार है?
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से हर रोज़ क़रीब एक-एक लाख प्रवासी मज़दूरों को एक ही जगह पर लाने की स्थिति को संभालना उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए मुश्किल हो जाएगा?