विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल में लाई जा रही मलेरिया वाली दवा क्लोरोक्वीन का ट्रायल फ़िलहाल रोक दिया है। ऐसा एहतियातन किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक और स्वदेशी के बड़े पैरोकार बाबा रामदेव और उनकी कंपनी ‘पतंजलि’ इंदौर में कोरोना पाॅजिटिव रोगियों पर आख़िर कौन-सा प्रयोग करना चाहती थी?
कोरोना वायरस पर लगातार हो रहे शोध के बीच एक और शोध कुछ राहत देने वाला है। सिंगापुर के शोध कर्ताओं ने दावा किया है कि कोरोना मरीज़ संक्रमित होने 11 दिन बाद दूसरे लोगों को संक्रमित नहीं कर पाता है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कई लोगों में इस बात का पता ही नहीं चलता कि उन्हें कोरोना है। ऐसे लोगों को हम उनके घर पर ही रखकर उनका इलाज कर रहे हैं।
दुनिया कोरोना वायरस के भयानक संक्रमण से जूझ रही है, करोड़ों लोग अपने काम-काज छोड़ अपने घरों में बैठे हैं और लाखों परिवार को भूखा सोने की नौबत आ गई है। ऐसे में ईद का ख़ुशियाँ तभी आएँगी जब लोगों को भूखे पेट न सोने दें।
भारत दुनिया के 10 उन देशों में शामिल हो गया है, जहां कोरोना का संक्रमण सबसे ज़्यादा है। कोरोना संक्रमण में अमेरिका शीर्ष पर है, जहां अब तक 16,86,436 लोग संक्रमित हुए हैं।
सन् 2020 में आई कोरोना महामारी के दौरान देश के करोड़ों मज़दूरों और उनके परिजनों की यंत्रणा, बेहाली और तकलीफ़ के बारे में जब कभी याद किया जायेगा, सत्ताधारियों की ‘हिन्दुत्व-वैचारिकी’ पर भी सवाल उठेंगे।
क़रीब दो महीनो से देश की 135 करोड़ आबादी को डर के माहौल में जीने के लिए मजबूर करने के बाद सरकार भी अब मानने लगी है कि हर्ड इम्यूनिटी यानी सामूहिक प्रतिरक्षा से ही कोरोना ख़त्म होगा। देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
कोरोना के इलाज के लिए वैक्सीन की खोज का काम इस समय अरबों-खरबों डॉलर का धंधा बन गया है। दुनियाभर की दवा कम्पनियाँ और विश्वविद्यालय इस काम में रात-दिन जुटे हुए हैं।
भारतीय इतिहास के इस सबसे बड़े संकट से सरकार कैसे निपट रही है, क्या यह जवाबदेही संसद को नहीं तय करनी चाहिए? सरकार से जबाब-तलब करने वाला प्रश्नकाल आख़िर क्यों ख़ामोश है?
कुम्भकर्णी नींद में ग़ाफ़िल होने के चलते अपनी शुरुआती नाकामयाबियों से बौखलाई सरकार और बीजेपी ने कोविड-19 के प्रारम्भिक प्रसार का ठीकरा जमातियों के मत्थे फोड़ दिया। अब किसकी बारी है?
एक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में ही 9 मई तक 116 मौतें रिपोर्ट हो चुकी हैं तो भला दिल्ली सरकार कैसे यह दावा कर सकती है कि सिर्फ़ 66 मौतें ही हुई हैं।
एम्स यानी ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस में मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रमुख डॉक्टर जितेंद्रनाथ पांडेय का कोरोना बीमारी की वजह से शुक्रवार को निधन हो गया।