अकेले महाराष्ट्र में ही 41 हज़ार 642 कोरोना पॉजिटिव मामले आ गए हैं। हाल के दिनों में हर रोज़ 2000 से ज़्यादा नये पॉजिटिव मामले आ रहे हैं और गुरुवार को भी राज्य में 2345 नये पॉजिटिव मामले आए।
देश में लॉकडाउन को लगे दो महीने हो रहे हैं। इन दो महीनों में क्या कोरोना से लड़ाई में देश जीता या हारा, यह सवाल उठना चाहिये। और अगर संकट बढ़ा है तो क्यों और कौन इसके लिये ज़िम्मेदार है?
कोरोना संकट के दौर में मीडिया की भूमिका कैसी है? मीडिया क्या वाजिब सवाल उठा रहा है? दुनिया के एक सौ अस्सी देशों में प्रेस की आज़ादी को लेकर हाल ही में जारी रैंकिंग में भारत 142वें क्रम पर पहुँच गया है।
दुनिया में कोरोना पॉजिटिव लोगों की कुल संख्या बुधवार को पाँच मीलियन यानी 50 लाख को पार कर गयी। दुनिया भर में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 3 लाख 29 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।
क्या कोरोना वायरस के ख़तरे को बहुत बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है? तो यह क्यों नहीं बताया जाता कि टी.बी., फ्लू, मलेरिया, डेंगू, मधुमेह, दिल का दौरा और अन्य कई चिकित्सा समस्याओं से इस काल के दौरान कितने भारतीयों की मृत्यु हुई?
कोरोना संकट के जूझ रही दुनिया के लिए एक दवा से उम्मीद जागी है। कोरोना वायरस वैक्सीन यानी टीका तैयार होने की संभावना बढ़ी है। लोगों में इस टीका को आजमाये जाने की रिपोर्ट आई है।
दूसरे राज्यों और शहरों से अपने-अपने गाँवों में लौट रहे प्रवासी लोगों में कोरोना संक्रमण के मामले आना गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। यूपी के बस्ती ज़िले में 50 ऐसे प्रवासी लौटे हैं जिनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
पूरे देश भर में कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ने और इसकी पूरी स्थिति पर विपक्षी दलों की वर्चुअल बैठक में शामिल होने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने हामी भर दी है।
भारत में कोरोना से हर दिन सौ से डेढ़ सौ मौत हो रही हैं लेकिन बाक़ी बीमारियों से हर दिन होने वाली मौत 18 हज़ार से ज़्यादा हैं। उनकी उपेक्षा क्यों ? शैलेश की रिपोर्ट
आर्थिक चिंताओं के दबाव में सरकार ने ढील देने का फ़ैसला ले लिया है, और अब कुछेक राज्यों को छोड़कर सभी जगह दफ़्तर, बाज़ार खुलने लगे हैं। लेकिन ये खुलापन कई तरह की चुनौतियाँ भी लाने वाला है। सवाल उठता है कि क्या सरकार उन चुनौतियों के लिए तैयार है? वरिष्ठ पत्रकार बता रहे हैं कि वे कौन सी पाँच चुनौतियाँ हैं जिनकी तैयारी सरकार को करना चाहिए थी और उसने ये की है या नहीं।
लॉकडाउन फ़ेल हुआ या पास? इसका जवाब कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए सुझाव देने के लिए मोदी सरकार द्वारा ही गठित नेशनल टास्क फ़ोर्स के दो वैज्ञानिक सदस्यों ने सीधे दिया कि फ़ेल हुआ है।