प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के मुद्दे पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों का उनके राज्यों में आने का ट्रेन ख़र्च कांग्रेस उठाएगी।
नये कोरोना वायरस के जन्म और संक्रमण से पनपी वैश्विक आपदा की चुनौतियों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में 28 मार्च 2020 को PM CARES फंड बनाया गया।
सरकार मज़दूरों के मामले में लापरवाही के कीर्तिमान रच रही है। रेलवे उनसे किराया माँग रहा है और पुलिस उन पर लाठियाँ चमका रही है। वे अपने पैसों से चंदा करके परमिट लेकर भी घरों तक लौट नहीं पा रहे हैं और न ही सरकार उनके खाने पीने की सुध ले रही है। सर्वत्र फैले इस हाहाकार की मीमांसा कर रहे हैं शीतल पी सिंह।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ़ के मुख्यालय में काम करने वाले एक ड्राइवर में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद भवन को सील कर दिया गया है। अब अगले आदेश तक इस भवन में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं होगी।
मध्य प्रदेश के दाहोद से सटी गुजरात की सीमा पर परमिट लेकर बसों से लौट रहे यूपी के मज़दूरों पर लाठीचार्ज हुआ है। मज़दूरों को कल रात ग्यारह बजे से ही बॉर्डर पर रोक दिया गया था। ग़ौरतलब है कि कल ही गृह मंत्रालय ने बसों से लौटने वालों के लिए राज्यों की सीमाएँ खोलने का एलान किया है! मज़दूरों से बात की शीतल पी सिंह ने।
राज्यों की सीमाओं पर अभी ‘कच्ची’ दीवारें उठ रही हैं, प्रदेशों को जोड़ने वाली सड़कों पर अभी ‘अस्थायी’ गड्ढे खोदे जा रहे हैं। सब कुछ कोरोना से बचाव के नाम पर हो रहा है। कोई न तो सवाल कर रहा है और न कोई जवाब दे रहा है।
देश कोरोना के संकट में फँसा है और आप लोगों से थालियाँ और तालियाँ बजवा रहे हैं। एक तरफ़ राहत कार्यों के लिए आप लोगों से दान माँग रहे हैं और दूसरी तरफ़ फ़ौजी नौटंकियाँ में करोड़ों रुपये बर्बाद करने पर उतारू हैं।
लोकपाल सदस्य जस्टिस एके त्रिपाठी (सेवानिवृत्त) का कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण निधन हो गया। वह दो अप्रैल से हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके संपर्क में आईं उनकी बेटी और कूक को भी वायरस का संक्रमण हुआ था लेकिन दोनों बीमारी से उबर चुके हैं।