दुनिया के दो बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकर्स मॉर्गन स्टैनली और गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि कोरोना वायरस के डर से कामकाज पर जो असर पड़ रहा है, वह दुनिया को मंदी की ओर धकेल रहा है।
कोरोना की महामारी के बढ़ने से मोदी सरकार को शाहीन बाग़ का हल निकालने से निकल भागने का मौक़ा मिल गया है। अब केजरीवाल और शाहीन बाग़ आमने-सामने हैं और मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में लिख कर दे दिया है कि वह एनआरसी भी लागू करेगी जबकि मोदी जी ने रामलीला मैदान में कुछ और कहा था। सरकार के हवाल पर सवाल कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह।
कोरोना वायरस के कारण हाल के दशकों में महाराष्ट्र अब तक के सबसे बड़े स्वास्थ्य संकटों में से एक का सामना कर रहा है। देश में कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद सुरेश प्रभु ने ख़ुद को क्वारंटीन कर लिया है। इस दौरान वह 14 दिनों तक सभी सावधानियां बरतेंगे। प्रभु सऊदी अरब की यात्रा से लौटे हैं।
भारत में कोरोना वायरस कितनी ख़तरनाक स्थिति तक फैल चुका है, इसकी जाँच इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने शुरू कर दी है। इसकी पहली रिपोर्ट भी आ गई है।
जब चीन और अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश कोरोना वायरस का मुक़ाबला नहीं कर पा रहे हैं तो हम कैसे करेंगे? मुश्किल यह है कि हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहद ख़राब हैं।
कोरोना वायरस से विमान कंपनियों का कारोबार तेज़ी से गिरा है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो उनका व्यापार इस हद तक गिर जाएगा कि दो महीने में यानी मई तक दुनिया भर की विमान कंपनियों का दिवाला निकल जाएगा।
कोरोना वायरस से बचने के लिए देश में तो बचाव के उपाय किए ही जा रहे हैं, इसके साथ ही विदेशों में फँसे भारतीयों को भी लाने की कोशिशें तेज़ी से चल रही हैं। भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 107 हो गई है।
दुनिया भर की तरह कनाडा में भी कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की पत्नी सोफी का कोरोना टेस्ट पॉजीटिव आया है।
कोरोना वायरस से भारत में पहली मौत हो गई है। मरने वाले शख़्स की उम्र 76 साल थी। यह शख़्स एक महीने तक सऊदी अरब में रहा था और 29 फ़रवरी को वहां से लौटा था।
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाज़ारों में हाहाकार मचा हुआ है। भारत के शेयर बाज़ार पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ा है। गुरुवार को सेंसेक्स 2707 और निफ़्टी 809 अंक तक गिर गया। ऐसे समय में निवेशक को क्या करना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने बात की सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी से।