देश में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या दो लाख के पार हो गई है और दुनिया में भारत सातवें नंबर पर आ गया है, लेकिन अभी भी देश में संक्रमण शिखर पर नहीं पहुँचा है। यानी संक्रमण के मामले अभी काफ़ी ज़्यादा आएँगे।
कोरोना मरीज़ के अंतिम संस्कार के दौरान उस परिवार पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए आधे जले शव को छोड़कर भागना पड़ा। हालाँकि प्रशासन के दखल के बाद दूसरी जगह पर अंतिम संस्कार किया जा सका।
पहली बार महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों की दर देश के मुक़ाबले कम रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे कोरोना के मामलों में भी महाराष्ट्र के मामलों की संख्या कम हो रही है।
देश जब दिक्कतों का सामना कर रहा हो, जनता या तो घरों में बंद हो या सड़कों पर पैदल चल रही हो, आपदा प्रबंधन के तहत सारी शक्तियाँ कुछ व्यक्ति-समूहों में केंद्रित हो गई हों, उस स्थिति में अदालतों, विपक्ष और मीडिया को क्या काम करने चाहिए?
देश के 16 प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना पर मोदी सरकार के फ़ैसलों से क्यों नाराज़ हैं। क्या है उनकी 11 सिफ़ारिशें जिनको लागू करके अब भी स्थिति को सम्भाला जा सकता है। शैलेश की रिपोर्ट।
कोरोना मरीज़ बढ़े तो अस्पताल बेड, आइसोलेशन वार्ड, वेंटिलेटर कम पड़ने पर इसकी व्यवस्था महीने या एक साल में कर ली जा सकती है, लेकिन डॉक्टर, नर्स कम पड़ जाएँ तो क्या होगा?
कोरोना वायरस मरीज़ों की बीमा के बारे में जो आँकड़े आए हैं उससे अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त करने से ज़्यादा स्वास्थ्य बीमा पर विश्वास करने वाले लोगों को झटका लग सकता है।
लॉकडाउन बढ़ने या छूट देने की घोषणा करने अब प्रधानमंत्री मोदी टीवी पर नहीं आ रहे हैं। कोरोना का सामाजिक संक्रमण शुरू हो गया है। शैलेश की रिपोर्ट में देखिए मोदी की बोलती क्यों बंद है।
साठ हज़ार वेंटिलेटरों की ख़रीद के टेंडर का न कोई नियम है न कोई क़ायदा। सबकुछ कंपनियों की सहूलियत पर निर्भर। कंपनियों के गुणवत्ता सर्टिफ़िकेट तक जाली हैं। इन्हीं वेंटिलेटरों के सामने कभी आपका जीवन भी दाँव पर लग सकता है! आँख खोलती पड़ताल करते शीतल पी सिंह।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की कोरोना से सुरक्षा के मद्देनज़र 10 परिवारों को राजभवन परिसर से फ़िलहाल ‘बेदखल’ कर दिया गया है। परिसर स्थित इन परिवारजनों के सरकारी आवासों को सील भी किया गया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटलों में से एक की प्रिंसिपल और डॉक्टर स्टिंग में कैमरे पर तब्लीग़ी जमात के ख़िलाफ़ नफ़रत वाले बयान देती दिख रही हैं।