उत्तर बिहार के प्रमुख शहर मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाने में पड़ने वाले एक गाँव में तीन जनवरी को एक किशोरी के साथ रेप किया गया और फिर उसी घर में उसे ‘ज़िंदा जलाकर मार दिया गया’।
अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगता है कि अपराधियों में कानून का भय और रात्रि गश्ती बढ़ाने की ज़रूरत है तो यह सोलहवें साल में पहुंचे उनके शासन काल पर एक गंभीर सवाल है।
बक्सर में एक महिला और उसके अबोध बच्चे के साथ दरिंदों ने जो हैवानियत की है, उसके बाद नीतीश कुमार और बीजेपी के नेताओं को अपना चेहरा आइने में ज़रूर देखना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश किस आधार पर वोट माँगेंगे? वह पंद्रह साल से सत्ता में हैं। वह बिहार को क्या स्वर्ग बना पाये? कैसी रही नीतीश सरकार की क़ानून-व्यवस्था?