रोहिणी कोर्ट में फ़ायरिंग के मामले में हमलावर भेजने वाला घटनाक्रम का पल पल का अपडेड कैसे ले रहा था? अदालत परिसर में ही सुरक्षा चूक नहीं हुई थी, बल्कि जेल में भी हुई थी?
दिल्ली की अदालत में फायरिंग और इसमें गैंगस्टर सहित तीन लोगों के मारे जाने पर सुरक्षा चूक को लेकर उठ रहे सवालों का क्या दो बदमाशों की गिरफ़्तारी से जवाब मिल पाएगा?
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर के साथ मुठभेड़ हुई है। इसमें दो हमलावर मारे गए। इसके साथ ही इन हमलावरों ने जिस गैंगस्टर पर गोलियाँ चलाईं उसकी भी मौत हो गई।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आँकड़ों के अनुसार, पिछले साल दिल्ली में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराधों के 10,093 से अधिक मामले दर्ज किए गए। देश की राजधानी महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित है।
अगर सिर्फ़ वीआईपी से लूटपाट करने वाला ही पकड़ा जाएगा तो ऐसी घटनाओं का शिकार आम आदमी ज़रूर सवाल उठाएगा कि आख़िर उनके साथ हुई लूटपाट के अपराधी खुले क्यों घूम रहे हैं।