बीजेपी नेताओं द्वारा किसानों को ग़ालियाँ देने का सिलसिला रुक क्यों नहीं रहा वे उनसे घृणा क्यों करते हैं डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं शरत् प्रधान, शीतल पी सिंह, विजय त्रिवेदी, युद्धवीर सिंह और पुष्पेंद्र सिंह
केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की संसद जारी है। इस संसद का आयोजन संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किया जा रहा है।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आन्दोलन कर रहे किसानों ने पंजाब बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजय टंडन और चंडीगढ़ के मेयर रविकांत शर्मा की गाड़ी से तोड़फोड़ की। पंजाब पुलिस ने इन किसानों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा अब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के चुनाव में हुंकार भरने जा रहा है। इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है और 7 महीने बाद इन राज्यों में चुनाव होने हैं।
किसानों को राजनीतिक दल क्यों बनाना चाहिए? इससे उनका आंदोलन कमज़ोर होगा या मज़बूत? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हो रहे हैं-युद्धवीर सिहं, पुष्पेंद्र सिंह, डॉ. सुनीलम, शरद गुप्ता
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