फ़ेसबुक पर नफ़रत फैलाने वाली सामग्री को रोकने में विफल रहने का आरोप क्यों लगते रहा है? अब रिपोर्ट आई है कि फ़ेसबुक ने नफ़रत वाली सामग्री की समीक्षा करने वाले खर्च में कटौती की योजना बनाई थी।
अदालत ने गुरुग्राम की पटौदी महापंचायत में मुसलिमों के ख़िलाफ़ कथित भड़काऊ भाषण देने के मामले में रामभक्त गोपाल की जमानत याचिका खारिज कर दी है और कहा है कि ऐसे लोग देश की धर्मनिरपेक्ष छवि और ताने बाने को नुक़सान पहुँचाते हैं।
भारत में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी को ग़लत ढंग से फ़ायदा पहुँचाने और उसके लिए अपने नियम क़ानून को ताक पर रखने के लिए फ़ेसबुक एक बार फिर विवादों में है।
अर्णब गोस्वामी के जिस ‘रिपब्लिक भारत’ चैनल पर भारत में नफ़रत और धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप लगता रहा है उसी पर ब्रिटेन के प्रसारण नियामक ने भारी जुर्माना लगाया है। वह भी नफ़रत और असहिष्णुता फैलाने के लिए ही।
असम में कछार ज़िला प्रशासन ने पुलिस से बजरंग दल के एक नेता द्वारा कथित तौर पर क्रिसमस के मौक़े पर चर्चों में जाने वाले हिंदुओं को पीटने की धमकी देने वाले भड़काऊ भाषण की जाँच करने को कहा है।
देश का लगभग आधा हिस्सा विभाजन, नफ़रत और दमन की राजनीति में पिचका जा रहा है। मॉब लिंचिंग, सांप्रदायिक विद्वेष और जातीय-टकराव के 90% से ज़्यादा मामले उत्तर या मध्य भारत में क्यों?