सोमवार की सुबह बिहार की राजनीति में एक खेला हुआ। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के ख़िलाफ़ बग़ावत से। मगर बिहार में इससे कहीं बड़े खेला की चर्चा चल रही है। यह दूसरा खेला है नीतीश कुमार सरकार के बारे में जो तलवार की धार पर चल रही है।
समझा यह गया कि मांझी ने एनडीए में शामिल होने का एलान किया है लेकिन उनकी बात ध्यान से सुनने पर मालूम होता है कि उन्होंने अपने मोर्चे का गठबंधन जेडीयू से होने की बात कही है।
3 साल तक महागठबंधन का हिस्सा रहे जीतनराम मांझी दोबारा एनडीए में शामिल हो रहे हैं, तो इसके पीछ कोई वैचारिक मतभेद नहीं बल्कि निजी सियासी महत्वाकांक्षा हो सकती है।
आख़िर जिस एलान का इंतजार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेसब्री से कर रहे थे, वह हो ही गया। एलान यह है कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी गुरूवार को एनडीए में शामिल होंगे।