प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के ओराकांदी स्थित मातुआ समुदाय के मंदिर में दर्शन किया। मातुआ संप्रदाय के संस्थापक हरिचाँद ठाकुर ने इस मंदिर की स्थापना की थी। प्रधानमंत्री के साथ हरिचाँद ठाकुर के वंशज शांतनु ठाकुर भी गए हुए हैं।
मातुआ एक हिन्दू वैष्णव पंथ है, जिसकी स्थापना 1860 में हरिचाँद ठाकुर ने की थी। मातुआ पंथ में यकीन करने वालों का कहना है कि हरिचाँद ठाकुर विष्णु के अवतार थे, जिन्हें ईश्वर ने इस पृथ्वी पर धर्म फैलाने के लिए भेजा था।
पहचान की राजनीति को नया आयाम देने और हिन्दुत्व को अपना राजनीतिक औजार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले इसे नई ऊँचाई देने का तरीका अपना लिया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 जैसे-जैसे नज़दीक आता जा रहा है, राज्य के दलित मातुआ समुदाय को रिझाने की कोशिशें तेज़ होती जा रही हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी, दोनों में इस समुदाय को अपनी ओर लाने की होड़ लगी हुई है।