एलोपैथिक दवाओं के ख़िलाफ़ दिए गए बयानों के कारण इन दिनों मीडिया में चर्चाओं का केंद्र बने योग गुरू रामदेव के डेयरी बिजनेस का काम देखने वाले शख़्स की कोरोना से मौत हो गयी है।
योग गुरु रामदेव फिर विवादों में हैं। इस बार उन्होंने कथित तौर पर एलोपैथी को स्टूपिड और दिवालिया साइंस कहा है। सोशल मीडिया पर उनका बयान वायरल हुआ तो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आईएमए ने कार्रवाई की मांग की है।
कोरोनिल का रिसर्च पेपर हुआ लॉन्च लेकिन क्यों नहीं मिली विस्तृत जानकारी? क्या रामदेव ने कोरोना की दवा बना ली है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट। Satya Hindi
रामदेव जी कोरोनिल को लेकर फिर फँस गए हैं । मद्रास हाईकोर्ट ने उन पर दस लाख रुपये का जुर्माना ठोंक दिया है और कोरोनिल नामका उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है । कोरोनिल ट्रेडमार्क तमिलनाडु की एक दूसरी कंपनी के पास 2013 से ही रजिस्टर्ड है । देखिये शीतल के सवाल