नागरिकता क़ानून के विरोध पर पुलिस की 'बर्बर कार्रवाई' पर प्रियंका गाँधी का सवाल उठाना क्या ग़लत है? क्या पुलिस बर्बरता के सवाल से प्रियंका मुख्यमंत्री को घेर रही हैं? क्या प्रियंका योगी आदित्यनाथ को चुनौती पेश कर पाएँगी? देखिए आशुतोष की बात में वरिष्ठ पत्रकार शैलेश और शीतल पी सिंह के साथ चर्चा।
प्रियंका गाँधी का नया मंत्र है- नयी प्रदेश कमेटी छोटी हो, पुराने सदस्यों के पर कतरें जाएँ, युवाओं के हाथ में बड़ी ज़िम्मेदारी और महिला चेहरों को भी प्रमुखता दी जाए। इससे क्या वह कांंग्रेस की वापसी करा पाएँगी?
प्रियंका: उन्नाव विधायक अभी तक बीजेपी में क्यों। येदियुरप्पा सरकार ने हासिल किया विश्वास मत। कर्नाटक: स्पीकर रमेश कुमार ने दिया इस्तीफ़ा। सत्य हिंदी न्यूज़
कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर संकट लगातार गहराता जा रहा है कांग्रेस के अंदर से ख़बर आ रही है कि प्रियंका गाँधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभालने से साफ़ इंकार कर दिया है। आख़िर कोई क्यों नहीं बनना चाहता है पार्टी अध्यक्ष?
राहुल गाँधी के इस्तीफ़े से परेशान कांग्रेस के नेता अब प्रियंका में पार्टी का भविष्य देख रहे हैं। कुछ बड़े नेता अब इस कोशिश में जुटे हैं कि अगर राहुल अपनी ज़िद पर अड़े रहते हैं तो फिर प्रियंका उनकी जगह लें और अध्यक्ष बनें। देखिए क्या कहा वरिष्ठ पत्रकार यूसुफ़ अंसारी ने।
लोकसभा चुनावों में ख़राब प्रदर्शन के बाद सदमे से अखिलेश नहीं उबरे हैं, मायावती घर पर बैठकें कर रही हैं, लेकिन प्रियंका बीजेपी की तरह संगठन खड़ा करने में जुट गई हैं। क्या वह योगी को चुनौती दे पाएँगी?
कांग्रेस ने प्रियंका को वाराणसी में क्यों नहीं उतारा मोदी के ख़िलाफ़? क्या नरेंद्र मोदी से डर गईं प्रियंका गाँधी? देखिए क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार शैलेश।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की डूबती नाव को बचाने मैदान में उतरी प्रियंका गाँधी कम से कम बनारस में मोदी से दो-दो हाथ नहीं करेंगी। अगले दो-तीन दिनों में पार्टी इसका एलान भी कर देगी। तो क्या कांग्रेस डर गई?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का रण निपटने के बाद अब बाक़ी उत्तर प्रदेश में मज़बूत कंधे तलाश रही कांग्रेस की तैयारी बड़ी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की है। कुछ बड़े पिछड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की योजना है।