Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बीजेपी समर्थकों और किसानों में झड़प। टिकैत : बीजेपी कार्यकर्ता मंच पर आएगा तो उसका इलाज कर देंगे। शाम तक की ख़बरें
किसान नेता राकेश टिकैत पर शुक्रवार शाम को अलवर में हमला हुआ है। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर पत्थर और डंडों से हमला किया और उनके काफिले में शामिल लोगों से मारपीट की।
किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं. सरकार से अब किसानों की बातचीत भी बंद है। आख़िर कब निकलेगा समाधान? किस ओर जा रहा है आंदोलन? देखिए सत्य हिंदी का ख़ास कार्यक्रम ‘द विजय त्रिवेदी शो’ में।Satya Hindi
पिछले सप्ताह किरावली (आगरा) की विशाल किसान पंचायत में हज़ारों-हज़ार किसानों को सम्बोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने जो स्वर छेड़े वे मौजूदा किसान आंदोलन में नितांत नए राग के रूप में अंकित हो गए।
राकेश टिकैत बार-बार ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं, जिनका अनुमोदन किसान संयुक्त मोर्चा नहीं करता। सवाल उठता है कि उनके इस रवैये से कहीं आंंदोलन के बारे में भ्रम तो नहीं फैल रहा, आंदोलन को नुकसान तो नहीं हो रहा? वरिष्ठ किसान नेता जगजीत डल्लेवाल से मुकेश कुमार की बातचीत
राकेश टिकैत बढ़ाएँगे बीजेपी की मुश्किलें? सरदार पटेल स्टेडियम का नाम अब नरेन्द्र मोदी स्टेडियम होगा! उठ रहे सवाल। राजद्रोह को लेकर कोर्ट ने की अहम टिप्पणी । पतंजलि की कोरोनिल को लेकर बालकृष्ण ने फिर किया दावा। देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। दिल्ली सुन ले, 40 लाख ट्रैक्टर्स के साथ संसद घेरेंगे: टिकैत । कोर्ट ने भी कह दिया- दिशा रवि के ख़िलाफ़ रत्ती भर भी सबूत नहीं
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। टिकैत ने कहा - हम आंदोलन करते हैं, जुमलेबाजी नहीं । दीप सिद्धू को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया
अपने पिता महेंद्र सिंह टिकैत से विरासत में मिली किसानों की राजनीति को आगे बढ़ा रहे राकेश टिकैत ख़ुद चुनाव लड़कर बुरी तरह हार चुके हैं। लेकिन इस आंदोलन से वह एक मजबूत किसान नेता के रूप में उभरे हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आज जींद में है महापंचायत, राकेश टिकैत भरेंगे हुंकार । सिंघु बॉर्डर: खुले में जाना पड़ रहा शौच, पानी सप्लाई में भी दिक्कत
उत्तर भारत में एक नये नायक का उदय हुआ है जिसमें अपार संभावनाएँ हैं तो फुस्स हो जाने का ख़तरा भी । क्या राकेश टिकैत में अन्ना हज़ारे को न दोहराने की क्षमता है ? क्या लोकप्रियता के शिखर को समानांतर बनाए रख सकने की सामर्थ्य है ? पड़ताल कर रहे हैं शीतल पी सिंह
किसान नेता राकेश टिकैत के आँसुओं से क्या सरकार को डर लग गया? 26 जनवरी को किसान प्रदर्शन के दिन हिंसा के बाद बंद किए गए इंटरनेट को बहाल किया ही जा रहा था कि फिर से इंटरनेट को बंद कर दिया गया।