सुरेखा सीकरी (1945-2021) घर-घर में पहचानी जाने वाली अभिनेत्री थीं और ऐसा हुआ धारावाहिक ‘बालिका वधू’, की वजह से जिसमें उन्होंने कल्याणी सिंह उर्फ दादी-सा का किरदार निभाया था।
मंगलेश डबराल के यहाँ स्मृति की केंद्रीय उपस्थिति है। उनका पहला काव्य संकलन ‘पहाड़ पर लालटेन’ भी उस कवि और व्यक्ति का अपनी स्मृति को बचाए और बनाए रखने की जद्दोजहद है जो पहाड़ से उतर कर मैदान में आया है।
आज जब ऋषि कपूर हमारे बीच नहीं रहे तो उनकी याद के सिलसिले में `बॉबी’ फ़िल्म का नाम सबसे पहले आता है। अपनी फ़िल्मी सक्रियता के लंबे दौर में वह कई पीढ़ियों के चहेते रहे।
इरफ़ान ख़ान की मृत्यु एक आकस्मिक ट्रेजडी की तरह ज़रूर है लेकिन सचाई यह भी है कि ख़ुद इरफ़ान को, उनके परिवार को और उनके प्रशंसकों को इसके आने की आशंका थी।
प्रख्यात नाटककार और बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गिरीश कर्नाड का सोमवार को 81 साल की उम्र में निधन हो गया। तुगलक जैसे नाटक लिखने वाले कर्नाड पिछले कई दिनों से बीमार थे।