Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।
दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को पूर्व जेएनयू छात्र उमर खालिद को जमानत दे दी है। उमर को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में आरोपी रूप में जेल में रखा गया था।
ग़ैर ज़िम्मेदार टीवी कवरेज और मीडिया ट्रायल के लिये टीवी चैनेल काफ़ी बदनाम हो चुके हैं। उनकी तीखी आलोचना भी हो रही है। फिर भी वे सुधरने को तैयार नहीं है। अब दिल्ली की एक अदालत ने टीवी चैनलों को आड़े हाथों लिया है ।
उमर खालिद की रिहाई की माँग को लेकर सैयदा हमीद, प्रशांत भूषण, कन्हैया कुमार जैसे एक्टिविस्टों ने बयान जारी किया है। उन्होंने दिल्ली हिंसा में दिल्ली पुलिस की जाँच पर सवाल उठाए हैं।
दिल्ली के दंगों में स्पेशल सेल ने उमर ख़ालिद को कल रात गिरफ़्तार कर लिया है। उन पर यूएपीए लगाया गया है। इस गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ देश-विदेश में व्यापक प्रतिक्रिया हुईं हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक हाल ही में रिटायर हुए जस्टिस लोकुर समेत 66 बुद्धिजीवियों ने इसके ख़िलाफ़ बयान दिया है, शीतल पी सिंह का विश्लेषण।
इतिहासकार रामचंद्र गुहा, लेखक अरुंधती रॉाय, फ़िल्मकार सईद मिर्ज़ा सहित लेखन, कला, शिक्षा से जुड़ी 36 हस्तियों ने जेनएयू के पूर्व छात्र उमर खालिद की गिरफ़्तारी का विरोध किया है।
जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर ख़ालिद पर हमला करने के आरोपी नवीन दलाल हरियाणा चुनाव में अब शिव सेना के उम्मीदवार होंगे। नवीन दलाल ख़ुद को गो रक्षक और राष्ट्रवादी बताते हैं।