अमेरिकी युद्धपोत ने दक्षिण चीन सागर में घुसपैठ की है और राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने आरोप लगाया है कि चीन उन्हें हराने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। ये दो घटनाएं बताती हैं कि ट्रम्प अब चीन से भिड़ने का मन बना रहे हैं, उसे निशाने पर ले रहे हैं। हालाँकि अमेरिका में उनके बयान को बहुत तवज्जो नहीं मिल रही। न राजनीतिक दलों ने इस पर विशेष ध्यान दिया है और न ही मीडिया ने। मगर सवाल उठता है कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं, उन्हें इससे क्या फ़ायदा होगा?