कहा जाता है कि सदन को चलाना सरकार की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होती है और सदन को सुचारू रूप से चलाने में विपक्ष को सहयोग देना चाहिए, तो क्या दोनों ही पक्ष अपनी ज़िम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे?
सलमान खुर्शीद की नई किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्याः नेशनहुड इन आवर टाइम्स’ से शुरू हुए नये विवाद से क्या उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर असर पड़ेगा?
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफ़े के बाद सिद्धू के पाकिस्तान के साथ रिश्ते की बात कही तो बीजेपी नेताओं ने कैप्टन को राष्ट्रवादी नेता बताने लगे? यह बयान क्या पंजाब में भविष्य की राजनीति का संकेत दे रहे हैं? आरएसएस की क्या प्रतिक्रिया है?
हिन्दी सप्ताह या हिन्दी दिवस मनाने की ज़रूरत क्या है? सितम्बर आते-आते क्यों हिन्दी की याद सताने लगती है और सरकारी समारोहों का सिलसिला शुरू हो जाता है? क्या ऐसे तरक्की करेगी हिंदी?
पाँच अगस्त 2019 को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और उसे राज्य से केन्द्र शासित प्रदेश में बदलने का ऐलान किया था। अब आज क्या बदल गया है कश्मीर में?
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों नारा चल रहा है – 2017 में राम लहर और 2022 में परशुराम लहर। कांग्रेस यूपी में ब्राह्मणों को मनाने में लगी है। सपा ने भगवान परशुराम के नाम का सहारा लिया है तो अब बीएसपी ने अपना ब्राह्मण कार्ड खेल दिया है।
सालभर में ऑक्सीजन प्लांट भी क्यों नहीं लगा पाई सरकार? राजनीति अधिक ज़रूरी है या वोट देने वाले लोग? क्योंकि जिंदा रहे तो वो वोट भी देंगे सरकार! देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की धारदार चर्चा। Satya Hindi
टीएमसी के लिए यह निर्णायक चरण है, और अगर बीजेपी को बढ़त मिली, तो संभावना है कि सरकार बन जाएगी। पिछले विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने 44 में से 32 सीटें हासिल कीं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 19 सीटों पर बढ़त मिली।
पश्चिम बंगाल के चौथे चरण के मतदान में वे विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से कई जगहों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बढ़त मिली थी। क्या ममता बनर्जी इस बढ़त को रोक पाएंगी? विजय त्रिवेदी को देंखें सत्य हिन्दी पर।
पश्चिम बंगाल के चौथे चरण के मतदान में वे विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से कई जगहों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बढ़त मिली थी। क्या ममता बनर्जी इस बढ़त को रोक पाएंगी? विजय त्रिवेदी को देंखें सत्य हिन्दी पर।
पश्चिम बंगाल में आज दूसरे चरण का मतदान हुआ है। इसमें सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम पर सबकी नज़र टिकी हुई हैं। बीजेपी ने भी इसमें पूरी जान झोंक दी है। जिसके बाद एक ही सवाल उठता है कि क्या अपनी सीट बचा पाएँगी ममता बनर्जी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ।
बंगाल चुनाव में कुछ फर्क डाल पाएँगे ओवैसी? शुभेंधु अधिकारी जैसे नेताओं का छोड़ना टीएमसी को भारी पड़ेगा? देखिए बंगाल चुनाव को लेकर वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी और टीएमसी नेता विवेक गुप्ता की बातचीत। Satya Hindi