पश्चिम बंगाल बीजेपी को तब शर्मिंदगी जैसी स्थिति से गुजरनी पड़ी जब बीजेपी उम्मीदवार के रूप में घोषित किए गए दो लोगों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। दोनों में से एक सिखा मित्रा ने तो कह दिया कि उनसे सहमति नहीं ली गई।
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। राज्य बीजेपी ने गुरुवार को 148 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उसमें उनका नाम नहीं है।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021, अभी तक अपने मुख्यमंत्री के रूप में किसी को पेश नहीं किया है, जिसकी वजह यह है कि पार्टी के पास ममता बनर्जी की क़द का कोई नेता नहीं है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी में विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बँटवारे पर जूतम-पैजार मची हुई है। कोलकाता स्थित पार्टी दफ़्तर पर पार्टी के ही सदस्यों ने धावा बोल दिया, नारेबाजी की, तोड़फोड़ की और बड़ा बवाल मचाया।
पश्चिम बंगाल बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चटर्जी, निशीथ प्रामाणिक और राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बना कर उतार दिया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ममता बोलीं - BJP के कहने पर बंगाल में 8 चरण में चुनाव।भारत के लिए खुशखबरी, दिसंबर तिमाही में 0.4% बढ़ी इकोनॉमी। देखिए दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरें एक नज़र में। Satya Hindi
ड्रग्स के मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही राज्य बीजेपी के अंदर की लड़ाई खुल कर सामने आ गई है। ड्रग्स के मामले में पकड़ी गई पामेला गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उन्हें फंसाया है, इसके लिए उनके पास पुख़्ता सबूत हैं।
चुनावों में अपने मुताबिक़ मुद्दे तय करने में माहिर बीजेपी पश्चिम बंगाल में लगता है कि तृणमूल द्वारा तय मुद्दे में फँसती दिख रही है। राम और दुर्गा विवाद के बहाने बाहरी और बंगाली का मुद्दा ख़ड़ा होता दिख रहा।
बंगाल चुनाव बड़े रोचक मोड पर है। बीजेपी ने पूरी ताक़त झोंक दी है। क्या ममता हार जायेगी? आशुतोष ने जाना मशहूर चुनाव विशेषज्ञ और सेफोलाजिस्ट संजय कुमार से।
क्या बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले ‘राम बनाम दुर्गा’ का समीकरण खड़ा कर उसके जाल में टीएमसी को फँसाना चाहती है? क्या ‘राम बनाम दुर्गा’ बीजेपी नेताओं के पितृसत्तात्मक सोच का नतीजा है?
पश्चिम बंगाल के चुनाव में ध्रुवीकरण की कोशिश तो काफ़ी पहले से हो रही है, लेकिन अब बीजेपी की प्रस्तावित रथयात्रा से कई लोग इतने आशंकित हैं कि कलकत्ता हाई कोर्ट में इसको चुनौती दी है।