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फ़ोटो क्रेडिट- वीडियो ग्रैब न्यूज़ 18

श्रीनगर में ही कर दिया अंतिम संस्कार, सरकार ने 2 लाख देकर पल्ला झाड़ा

कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा मौत के घाट उतार दिए गए बिहार के वीरेंद्र पासवान के शव का श्रीनगर में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। पासवान की श्रीनगर के लाल बाज़ार में हत्या कर दी गई थी। अंतिम संस्कार में उनके भाई और कुछ स्थानीय लोग शामिल हुए। पासवान यहां रेहड़ी लगाते थे। 

पासवान की पांच बेटियां और दो बेटे हैं। पासवान की पत्नी पुत्तुल देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। इसमें वह न्यूज़ 18 से बात कर रही हैं। वीडियो में वह कहती हैं कि उनके पति का अंतिम संस्कार उनके गृह नगर में ही होना चाहिए था। 

पुत्तुल देवी कहती हैं कि किसी ने उनसे इस बारे में नहीं पूछा, डीएम इस बारे में झूठ बोल रहे हैं, वह कम से कम अपने मरे हुए पति का मुंह ही देख लेतीं, उनके पास पैसे भी नहीं है। वह कहती हैं कि अब वह कहां अपने पति को देखें। 

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पासवान के 17 साल के बेटे ‘द वायर’ से बातचीत में कहते हैं कि अगर उनके पिता के पास गांव में ही कोई अच्छी नौकरी होती तो न तो वे जम्मू-कश्मीर जाते और न ही मारे जाते। 

पासवान मूल रूप से भागलपुर जिले के बाड़े हसनपुर गांव के रहने वाले थे। दलित समुदाय से आने वाले पासवान के पास गांव में कोई जमीन भी नहीं है। वह 2019 से घर नहीं लौटे थे और चाहते थे कि कुछ पैसे बचा लें जिससे बेटियों की शादी कर सकें। 

बिहार सरकार ने पासवान के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है। बिहार सरकार, श्रीनगर जिला प्रशासन और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से परिवार को कुल 6.25 लाख रुपये मिले हैं। लेकिन परिवार को अपना भविष्य अंधकारमय नज़र आ रहा है। 

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जम्मू-कश्मीर में तीन दिन के भीतर ही पांच लोगों की हत्या कर दी गई है। श्रीनगर में माखन लाल बिंदरू की हत्या के दो दिन बाद ही आतंकवादियों ने दो शिक्षकों की हत्या कर दी थी। इन वारदातों के पीछे आतंकवादी संगठन 'द रेजिस्टेन्स फ़ोर्स' का हाथ बताया जा रहा है। 

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क़मर वहीद नक़वी

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