छत्तीसगढ़ में माओवादियों के साथ मुठभेड़ के बाद से लापता एक कोबरा कमांडो की रिहाई के लिए माओवादियों ने वार्ताकारों के नाम तय करने को कहा है। मुठभेड़ सुकमा-बिजापुर सीमा शनिवार को हुई थी।
नरेंद्र मोदी सरकार भले ही यह दावा करे कि उसने माओवादियों से सख़्ती से निपटा है और इन अतिवामपंथी विद्रोहियों का लगभग सफ़ाया हो गया है, सच यह है कि पिछले पाँच साल में माओवादी पहले से अधिक हुए हैं और उनकी तीव्रता भी अधिक रही है।
क्या छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाक़े में केंद्रीय सुरक्षा बलों के लोग माओवादियों के बिछाए जाल में फँस गए या उनके पास सही जानकारी नहीं थी? क्या तमाम सख़्तियों और ऑपरेशन्स के बावजूद माओवादी अपने गढ़ में अभी भी मजबूत स्थिति में हैं?
छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाक़े में शनिवार को माओवादियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के पाँच जवान मारे गए। कई माओवादी भी मारे गए हैं, पर उनकी संख्या का पता नहीं चला है। बस्तर के बीजापुर ज़िले के तारेम इलाके में यह मुठभेड़ हुई है।
तीसरे चरण के ट्रायल के आँकड़े के बिना कोवैक्सीन को मंजूरी दिए जाने के विवाद के बीच छत्तीसगढ़ ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह कोवैक्सीन को रोक दे। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य कोरोना टीकाकरण अभियान में काफ़ी पीछे है।
बीजेपी सरकारों द्वारा 'लव जिहाद' पर क़ानून लाने के मक़सद और इसके समय को लेकर कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि क्या 'लव जिहाद' के दायरे में बीजेपी नेता भी आएँगे?
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के ज़िला ईकाई के उपाध्यक्ष जगत पुजारी और एक अन्य व्यक्ति को माओवादियों को ट्रैक्टर देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है।
लॉकडाउन के बीच घर पहुँचने के लिए 12 साल की लड़की 150 किलोमीटर तक पैदल चली। छत्तीसगढ़ के बिजापुर में अपने घर से क़रीब एक घंटे दूर पहुँची ही थी कि उसकी मौत हो गई।
अब छत्तीसगढ़ में भी आरक्षण 72 फ़ीसदी हो जाएगा। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय 50 फ़ीसदी की सीमा से 22 फ़ीसदी ज़्यादा है। क्या दूसरे राज्य भी राजनीतिक लाभ के लिए ज़्यादा आरक्षण नहीं देने लगेंगे?
क्या भाई-बहन का ऐसा रिश्ता कहीं देखा है जहाँ दोनों में ख़ूब प्यार है और आमने-सामने आ जाएँ तो एक-दूसरे की जान भी ले लें? भले ही यह फ़िल्मी कहानी लगे लेकिन है यह पूरी तरह हक़ीक़त।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गयी है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना के लिए कांग्रेस सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले में एक विस्फोट में भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सुरक्षा बलों के पाँच जवान मारे गए हैं। समझा जाता है कि यह हमला माओवादियों ने किया है।
डॉ. रमन सिंह के ‘दामाद जी’ डॉ. पुनीत गुप्ता के भ्रष्टाचार के मामले परत दर परत खुलते जा रहे हैं। इससे जहाँ रमन सिंह परेशान हैं, वहीं बीजेपी की बोलती बंद है।