दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि चाहे जहाँ से हो, दिल्ली को 490 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ऱोज दो।
विपिन संघी और रेखा पल्ली के खंडपीठ ने शनिवार को विशेष सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को लताड़ लगाई और कहा कि अदालत आँख मूंद कर बैठी नहीं रह सकती। बेंच ने कहा, 'हम केंद्र सरकार को यह आदेश देते हैं कि वह चाहे जहाँ से हो, आज ही दिल्ली को उसके कोटे की 490 मीट्रिक टन ऑक्सजीन दे।'
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बहुत हो चुका, अब पानी हमारे सिर के ऊपर से गुजर रहा है। हम ज़्यादा के लिए नहीं कह रहे हैं, आपने ही 490 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने की बात कही है, आपको इतना देना ही होगा।
जस्टिस विपिन संघी, जज, दिल्ली हाई कोर्ट
बता दें कि दिल्ली के बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से एक डॉक्टर समेत आठ लोगों की मौत हो गई है।
अस्पताल ने दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि 12.45 बजे ऑक्सीजन ख़त्म हो गया था, ऑक्सीजन टैंकर अस्पताल में दोपहर 1.30 बजे पहुँचे, उसके पहले ही ऑक्सीजन ख़त्म हो चुका था लगभग 45 मिनट तक लोगों को बगैर ऑक्सीजन के ही रहना पड़ा।
एसओएस
इससे पहले बत्रा अस्पताल के निदेशक डॉक्टर सुधांशु ने 12.01 बजे ही एक एसओएस जारी कर कहा कि ऑक्सीजन खत्म हो रही है, कुछ ही सिलिंडर बचे हैं, अगले 10 मिनट में अस्पताल में पूरी तरह से ऑक्सीजन खत्म हो जाएगी।
मेरठ में मौत
बता दे कि इसके पहले मेरठ के दो अस्पतालों में मंगलवार को ऑक्सीजन की कमी से कुल मिला कर सात कोरोना मरीजों की मौत हो गई है।
निजी क्षेत्र के आनंद अस्पताल में तीन और केएमसी अस्पताल में चार कोरोना मरीजों की मौत हो गई क्योंकि ऑक्सीजन की कमी के कारण प्रेशर नहीं बना और मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिली।
आनंद अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. सुभाष यादव ने ऑक्सीजन की कमी की बात मानी। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि 'ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है।'
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