दिल्ली विधानसभा के लिए आज यानी सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। चुनाव आयोग इस संबंध में प्रेस कॉन्फ़्रेंस करेगा और चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा। माना जा रहा है कि फ़रवरी के पहले हफ़्ते में चुनाव हो सकते हैं। इस विधानसभा का कार्यकाल 22 फ़रवरी को पूरा हो रहा है। यानी इस तारीख़ से पहले चुनाव के नतीजे आ जाने चाहिए और नयी विधानसभा का गठन हो जाना चाहिए। चुनाव की घोषणा के के साथ ही दिल्ली में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके बाद सरकारी तौर पर मतदाताओं को लुभाने वाली घोषणाएँ नहीं की जा सकेंगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार फिर से सत्ता में आने के प्रयास में है जिसने पिछले विधानसभा यानी 2015 के चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीती थीं। हालाँकि इसके बाद हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस चुनाव में बीजेपी ने सभी सीटें जीती थीं। हालाँकि हाल के झारखंड चुनाव में बीजेपी को क़रारा झटका लगा है और इससे पार्टी के मनोबल पर असर पड़ा होगा। माना जा रहा है कि बीजेपी ने जो हिंदुत्व और नागरिकता क़ानून पर दाँव खेला था उसका झारखंड में पार्टी को फ़ायदा नहीं मिला। अब बीजेपी के लिए दिल्ली में बड़ी चुनौती सामने खड़ी हो गई है। बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले आए चुनाव सर्वेक्षणों में आम आदमी पार्टी का पलड़ा भारी लगता बताया गया है।
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