कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसान गणतंत्र दिवस पर जो ट्रैक्टर परेड निकालने वाले हैं, उस मामले में दिल्ली पुलिस ने कहा है कि पाकिस्तान से उसको बाधित करने की तैयारी थी। इसने दावा किया है कि इस ट्रैक्टर परेड को हाइजैक करने और बाधित करने के लिए पाकिस्तान में 300 से ज़्यादा ट्विटर हैंडल बनाए गए। पुलिस ने रविवार को ही किसानों की ट्रैक्टर परेड के लिए हरी झंडी दी है और इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।
दिल्ली पुलिस ने रविवार को दावा किया कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली को बाधित करने के लिए बनाए गए उन ट्विटर हैंडलों को पाकिस्तान में ट्रेस किया गया है।
विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) दीपेंद्र पाठक ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड को बाधित करने के लिए 13 से 18 जनवरी के दौरान पाकिस्तान से 308 ट्विटर अकाउंट बनाए गए। विभिन्न एजेंसियों से जानकारी मिलने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
पुलिस ने किसान संगठनों के नेताओं से राष्ट्रीय राजधानी से बाहर ट्रैक्टर परेड निकालने को कहा था। लेकिन वे दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर ही परेड के लिए अड़े हुए थे। पुलिस और किसानों के बीच हुई चौथे दौर की बातचीत में दोनों पक्षों के बीच परेड पर सहमति बनी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पेशल सीपी (इंटेलिजेंस) दीपेंद्र पाठक ने कहा, 'हमने भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया और इस बात पर सहमति है कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह के बाद अपना मार्च करेंगे। परेड के दौरान कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। हम उन्हें पर्याप्त सुरक्षा देंगे; उनका मार्च शांतिपूर्ण होगा और आख़िर में वे सीमा पर लौट आएंगे।' पुलिस किसानों को रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड को 26 जनवरी को हटाएगी।
बीते कई दिनों से इसे लेकर किसान नेताओं और पुलिस के बीच बातचीत चल रही थी। किसानों ने पुलिस से कहा है कि वे दिल्ली की बाहरी रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे और गणतंत्र दिवस समारोह में किसी भी तरह की रुकावट पैदा नहीं करेंगे। किसान नेताओं ने कहा है कि उनकी यह परेड पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगी।
वीडियो में देखिए, अब क्या होगा किसानों का?
नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें से अधिकतर पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं।
अपनी राय बतायें