प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शनिवार को की गई पूछताछ के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि चीन को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक विफलता से ध्यान हटाने के लिए पूछताछ की गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने जिस मामले में पूछताछ की है वह मामला गुजरात की स्टर्लिंग बायोटेक और स्टर्लिंग ग्रुप के मुख्य प्रमोटर्स संदेसरा भाइयों से जुड़ा है। बताया गया है कि पटेल के संदेसरा भाइयों से क्या संबंध हैं, इस बारे में एजेंसी ने पूछताछ की है।
पूछताछ के बाद ट्विटर पर जारी बयान में पटेल ने कहा, 'दुर्भाग्य से, मोदी सरकार की इस बार की आर्थिक स्थिति और राष्ट्रीय सुरक्षा की विफलता का संकट इतना बड़ा है कि कोई भी एजेंसी इस नैरेटिव को बदलने में मदद नहीं कर सकती।' इसके आगे उन्होंने लिखा है, 'महामारी और चीन से लड़ने के बजाए यह सरकार विपक्ष से लड़ने को ज़्यादा उत्सुक है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है और सरकार की विफलता पर वह आलोचना करते रहेंगे।
Today the Modi Government sent some visitors to my house pic.twitter.com/Lr2PFaIjUT
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) June 27, 2020
बता दें कि तीन सदस्यों की एक टीम पटेल के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची और प्रीवेंशन ऑफ़ मनी लॉड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए।
70 साल के पटेल को इससे पहले दो बार एजेंसी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन उन्होंने लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की गाइडलाइंस का हवाला देते हुए कहा था कि चूंकि सीनियर सिटीजंस को घरों के अंदर ही रहने के लिए कहा गया है, इसलिए वह नहीं आ सकते।
चेतन और नितिन संदेसरा और कुछ अन्य लोगों पर स्टर्लिंग बायोटेक के जरिये करोड़ों रुपये का बैंक फ़्रॉड करने का आरोप है। सीबीआई द्वारा इस मामले में शिकायत के बाद पीएमएलए के कई प्रावधानों के तहत चार्जशीट दायर की गई थी। कंपनी पर यह आरोप लगा था कि उसने आंध्र बैंक से लोन लिया था जो बाद में नॉन परफ़ॉर्मिंग एसेट्स में बदल गया था।
2018 में ईडी ने अदालत को बताया था कि मामले में संदेसरा ब्रदर्स और कई अन्य मुख्य अभियुक्त भी देश छोड़कर भाग गए हैं। एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया था कि इस बात का शक है कि अभियुक्त नाइजीरिया में छिपे हो सकते हैं।
दामाद, बेटे का आया था नाम
संदेसरा ग्रुप में काम करने वाले एक कर्मचारी सुनील यादव ने आरोप लगाया था कि अहमद पटेल के दामाद इरफ़ान सिद्दीकी चेतन संदेसरा के दिल्ली स्थित ऑफ़िस में अकसर आते थे और चेतन भी उनके दिल्ली स्थित वसंत विहार वाले घर पर जाता था। आरोप लगाया गया था कि चेतन इरफ़ान को मोटी नक़दी देता था। सुनील ने आरोप लगाया था कि अहमद पटेल के घर का इस्तेमाल भी बैठकों के लिए होता था। इस मामले में पटेल के बेटे फ़ैसल पटेल का भी नाम आया था।
राज्यसभा सांसद अहमद पटेल को आयकर विभाग ने मार्च में कांग्रेस के पैसों के लेन-देन से जुड़ी कर चोरी की जांच के मामले में समन भेजा था। तब पटेल ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा था कि वह समन मिलने से हैरान हैं। पटेल ने कहा था कि इससे अच्छा तो यह होता कि आयकर विभाग बीजेपी को मिलने वाले चंदे पर ध्यान देता।
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