जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने दावा किया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार की देर रात फिर से फ़ायरिंग हुई है। कमेटी ने कहा है कि जामिया में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया। अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने कहा है कि पुलिस शिकायत के आधार पर मुक़दमा दर्ज कर रही है और मामले की जांच जारी है। घटना के बाद रविवार रात को 12.20 बजे दक्षिण-पूर्व जिले के सभी एसएचओ और स्टाफ़ को मौक़े पर पहुंचने के लिये कहा गया। घटना के बाद जामिया के छात्रों ने जमकर नारेबाज़ी की।
मौक़े पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़, फ़ायरिंग की यह घटना जामिया के गेट नंबर 5 पर हुई है। कमेटी की ओर से दावा किया गया है कि हमलावरों में से एक शख़्स ने लाल रंग की जैकेट पहनी थी और वे लाल रंग की स्कूटी पर आये थे। कमेटी ने कहा है कि घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि मौक़े से कोई खोखे या फ़ायरिंग होने के सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने कहा है कि घटना की जांच जारी है और अभी तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में 50 दिन से ज़्यादा समय से धरना चल रहा है। रविवार को कुछ हिन्दू संगठनों ने सड़क खाली करने की मांग को लेकर नारेबाज़ी की थी और भड़काऊ नारे लगाए थे। इन लोगों का कहना था कि पुलिस इस जगह को खाली कराए क्योंकि धरने की वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्क़त हो रही है।
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