गार्गी कॉलेज में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगो के अंदर घुस कर लड़कियों से छेड़छाड़ और अभद्रता करने का मुद्दा सोमवार को लोकसभा में उठा। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश चंद्र निशंक ने सदन को बताया कि जो लोग अंदर घुस गए वे बाहरी थे, किसी कॉलेज के छात्र नहीं थे। उन्होंने इसके साथ ही पुलिस और कॉलेज प्रशासन से इस पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
आरोप है कि शनिवार को महानगर के इस मशहूर गर्ल्स कॉलेज में जब फ़ेस्ट चल रहा था, शराब के नशे में धुत्त कुछ लोग गाड़ियों में भर कर आए और सुरक्षा कर्मियों को धता बताते हुए अंदर घुस गए। कॉलेज की कुछ लड़कियों ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने लड़कियों से छेड़छाड़ की, बदतमीजी की और नारे लगाए। कई काफी देर तक चलता रहा।
दूसरी ओर, कॉलेज प्रशासन ने कहा कि उसे इस बारे में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।
केजरीवाल ने लगाई फटकार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस वारदात पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि राज्य सरकार अपनी ‘बेटियों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेगी।’ उन्होंने कहा कि पुलिस को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ दुर्व्यवहार बहुत दुखद और निराशाजनक है। इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कॉलेज में पढ़ने वाले हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।’
कालकाजी से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली शिवानी चोपड़ा ने इस मुद्दे पर केजरीवाल को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मौके पर लड़कियों के साथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और जाँच करानी चाहिए।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि एक टीम गार्गी कॉलेज भेजी गई है। टीम के लोग कॉलेज प्रबंधन और छात्राओं से मिलेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आयोग कार्रवाई करेगा।
दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। हौज़ ख़ास थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त गीतांजलि खंडेलवाल इस जाँच दल की अगुाआई करेंगी। कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फ़ुटेज की जाँच की जाएगी।
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