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सड़क पर उतरे जेएनयू के छात्र, पुलिस-छात्रों में हुई झड़प

फीस में बढ़ोतरी व अन्य कई मुद्दों को लेकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कई छात्र दिल्ली में सड़क पर उतर आये हैं और उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस छात्रों को रोकने की कोशिश कर रही है। आंदोलन में आईसा, एआईएसएफ़ और एसएफ़आई सहित कई छात्र संगठन हिस्सा ले रहे हैं।

प्रदर्शन कर रहे छात्र नेताओं का कहना है कि वे बीते कई दिनों से फ़ीस में बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में छात्र ग़रीब परिवारों से आते हैं। ऐसे में ये छात्र कैसे अपनी पढ़ाई पूरी कर पायेंगे। 

जेएनयू छात्र संघ के नेतृत्व में किये जा रहे विरोध प्रदर्शन में सोमवार सुबह से विश्वविद्यालय के छात्र सड़क पर उतर आये हैं। छात्र जमकर हंगामा कर रहे हैं। छात्रों ने दीक्षांत समारोह का बायकॉट कर दिया है। छात्रों के प्रदर्शन के कारण सुरक्षा के मद्देनजर कैंपस में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है। 

प्रदर्शनकारी छात्रों ने जेएनयू कैंपस के बाहर की सड़कों को ब्लॉक कर दिया। यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल फ़ीस को 300 गुना बढ़ा दिया है और छात्र इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शामिल हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने के लिये पानी की बौछार भी छोड़ी है। 

छात्रों का कहना है कि अभी तक वे 2500 रुपये हॉस्टल फ़ीस दे रहे थे लेकिन अब इसे बढ़ाकर 7000 रुपये कर दिया गया है, इसके विरोध में उन्हें प्रदर्शन करने के लिये मजबूर होना पड़ा है। इसके अलावा कैंपस में आने-जाने के लिये बनाये गये नये नियमों और ड्रेस कोड के प्रतिबंध का भी वे विरोध कर रहे हैं। 

छात्रों का कहना है कि एक बेड वाले कमरे का किराया 10 रुपये था, वह अब बढ़ाकर 300 रुपये, दो बेड वाले कमरे का किराया 20 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा सिक्योरिटी डिपोजिट को 5,500 से बढ़ाकर 12,000 रुपये कर दिया गया है। 

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क़मर वहीद नक़वी

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