दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बहुत ज़्यादा बढ़ गया है। हालात इस कदर ख़राब हैं कि दिल्ली, नोएडा के बाद गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी स्कूलों को बंद करना पड़ा है। केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर दिल्ली में ऑड-ईवन योजना को लागू किया है। दिल्ली सरकार का दावा है कि इससे प्रदूषण में कमी आयेगी। ऑड-ईवन योजना 4 से लेकर 15 नवंबर तक चलेगी।
ऑड-ईवन योजना के तहत ऑड नंबर वाली तारीख़ जैसे 5, 7, 9, 11, 13, 15 नवंबर को सड़कों पर वही गाड़ियां चलेंगी, जिनके नंबर प्लेट की आखिरी संख्या 1, 3, 5, 7, 9 होगी। ईवन नंबर वाली तारीख़ जैसे 4, 6, 8, 12, 14 नवंबर को ऐसी गाड़ियां जिनकी आखिरी संख्या 0, 2, 4, 6, 8 होगी, वे गाड़ियां चलेंगी। यह योजना सुबह 8 से रात 8 बजे तक लागू रहेगी। संडे को ऑड-ईवन योजना लागू नहीं होगी।
आइये, जानते हैं कि ऑड-ईवन में पहले दिन क्या-क्या हुआ।
- ऑड-ईवनः नियमों के उल्लंघन पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पहले दिन 233 चालान काटे।
- बढ़ते प्रदूषण पर एनजीटी ने चीफ़ सेक्रेटरी को तलब किया।
- सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि आख़िर ऑड-ईवन का क्या फायदा है? कोर्ट ने राज्य सरकारों को फटकार लगाई और पराली जलाने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने को कहा।
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा, इस तरह हम नहीं जी पाएंगे। इस शहर की कोई जगह सुरक्षित नहीं है। यहां तक कि हम अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। प्रदूषण की वजह से हम अपने जीवन के कीमती साल खो रहे हैं।
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऑड-ईवन का पहला दिन सफल रहा। उन्होंने इसके लिये सभी दिल्लीवासियों को बधाई दी।
- उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की जनता ने ऑड-ईवन को अपनाया है और पहला दिन पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने कहा कि लोगों ने नियमों का पालन किया। सिसोदिया साइकिल से ऑफ़िस गये जबकि केजरीवाल ने कार पूल की।
- बीजेपी के राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने ऑड-ईवन के नियमों का उल्लंघन किया। इसके लिए पुलिस ने उनका चालान किया। गोयल ने कहा कि ऑड-ईवन से कुछ नहीं होगा।
- प्रदूषण कम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने 2016 में ऑड-ईवन की शुरुआत की थी।
- दिल्ली सरकार ऑड-ईवन को सफल बनाने के लिये लोगों को जागरूक कर रही है।
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