loader
conditions are normal in jammu and kashmir amit shah said

जम्मू-कश्मीर में हालात पूरी तरह सामान्य: शाह 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में हालात पूरी तरह सामान्य हैं। उन्होंने बुधवार को विपक्षी दलों के सांसदों के द्वारा संसद में कश्मीर को लेकर उठाए जा रहे सवालों के जवाब दिए। राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के किसी भी पुलिस स्टेशन के इलाक़े में कर्फ्यू की स्थिति नहीं है। 

शाह ने कहा, ‘जहां तक क़ानून व्यवस्था का सवाल है तो 5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में एक भी व्यक्ति की पुलिस फायरिंग में मौत नहीं हुई है। राज्य के सभी 195 थानों से धारा 144 के तहत लगाए गए सारे प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।’ इंटरनेट सुविधा वापस शुरू होने के सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि सरकार ने स्थानीय प्रशासन से स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा है और उसके बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा। शाह ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में मरीजों को दवाइयां मिल रही हैं और कोई समस्या नहीं है। 

ताज़ा ख़बरें

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में सभी उर्दू और अंग्रेजी के अख़बार और टीवी चैनल चल रहे हैं, बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह काम कर रही हैं। सभी सरकारी दफ़्तर और अदालतें खुली हुई हैं। बीडीसी के चुनावों में रिकॉर्ड 98.3% मतदान हुआ है।’ 

आज़ाद को दी चुनौती 

शाह ने कांग्रेस सांसद ग़ुलाम नबी आज़ाद को चुनौती देते हुए कहा कि आज़ाद उनके बताए आंकड़ों को लेकर आपत्ति क्यों नहीं ज़ाहिर करते। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पेट्रोल, डीजल, कैरोसिन, एलपीजी और चावल पर्याप्त मात्रा में हैं। इसके अलावा 22 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होने की उम्मीद है और सभी लैंडलाइन सेवाएं खुली हुई हैं। 

अमित शाह ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में सभी 20 हजार 411 स्कूल खुले हैं और परीक्षा सुचारु रूप से हो रही है। 11वीं कक्षा के 99.48% छात्रों ने परीक्षा दी है। 10वीं और 12वीं कक्षा के 99.7% छात्रों ने परीक्षा दी है।’

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

जम्मू-कश्मीर से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें