पत्रकारों, नेताओं की फ़ोन टैपिंग के मामले में युवक कांग्रेस सड़क पर उतर आई है। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथ में पोस्टर भी लिए हुए थे, जिनमें लिखा था चौकीदार ही जासूस है।
श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा है कि न तो ये युवा खामोश बैठेंगे और न ही ये देश कभी प्रधानमंत्री को माफ़ करेगा और ये जासूसी कांड सरकार के कफ़न में आखिरी कील साबित होगा।
श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में उतरे कार्यकर्ताओं ने मांग की कि इस मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति बनाई जानी चाहिए। प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे।
प्रेस कॉन्फ्रेन्स करेंगे बीजेपी-कांग्रेस
पेगासस मामले में बीजेपी और कांग्रेस देश भर में प्रेस कॉन्फ्रेन्स करने जा रहे हैं। कांग्रेस 21 जुलाई को देश के सभी राज्यों में इस मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेन्स करेगी जबकि 22 जुलाई को उसकी राज्य इकाइयां राजभवन के आगे धरना देंगी।
कांग्रेस ने संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है और इस वजह से संसद की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार पत्रकारों, नेताओं की जासूसी करवा रही है जबकि सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है।
बीजेपी भी देगी जवाब
दूसरी ओर, इस मामले को लेकर बीजेपी भी विपक्ष के आरोपों का जोरदार जवाब देने जा रही है। बीजेपी इस मुद्दे पर आक्रामक ढंग से जवाब देने के लिए अपने नेताओं को मैदान में उतारेगी। इसके तहत जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहां पर उसके मुख्यमंत्री इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेन्स करेंगे जबकि जिन राज्यों में वह विपक्ष में है, वहां उसके नेता विपक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स की है। सोमवार को भी बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को मैदान में उतारा था।
टीएमसी ने भी किया प्रदर्शन
टीएमसी ने इस मुद्दे पर मंगलवार को संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। महुआ मोइत्रा सहित कई सांसद इस मुद्दे पर हाथ में प्लेकॉर्ड लेकर आए। इनमें लिखा था कि लोगों की निगरानी करने के काम को बंद किया जाए और जासूसी का गुजरात मॉडल अब राष्ट्रीय स्तर पर आ चुका है।टीएमसी के नेताओं ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को संसद में आकर कहना चाहिए कि पेगासस के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी का भी नाम उन लोगों में है, जिनकी जासूसी की गई। टीएमसी ने इस मामले के सामने आने के बाद केंद्र सरकार की आलोचना की है।
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