कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने राजनीतिक बहस के केंद्र में रफ़ाल सौदे के मुद्दे को एक बार फिर लाते हुए यह आरोप लगाया है कि तमाम संस्थान इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बचाने में लगे हैं।
राजनीति के चतुर खिलाड़ी नरेंद्र मोदी ने चुनाव का अजेंडा ही बदल दिया है और पूरा विपक्ष उनके जाल में फँस चुका है। बीजेपी अपनी चाल में कामयाबी होती नज़र आ रही है।
पुलवामा हमले में जान गँवाने वालों जवानों को ‘शहीद’ बताने की चुनावी रैलियों में होड़ मची है। लेकिन इसमें शहीदों के परिजनों की न तो व्यथा दिखती है और न ही उनकी समस्याओं का ज़िक्र होता है।
बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हमले में कितने आतंकवादी मारे गये? न तो भारतीय सेना ने मृतकों की संख्या बतायी है और न ही प्रधानमंत्री से लेकर किसी मंत्री तक ने। तो अमित शाह ने कैसे कहा कि 250 आतंकी मारे गये हैं?
सोशल मीडिया पर लोग सवाल पूछ रहे हैं कि जब पाकिस्तान ने अभिनंदन को अपने क़ब्जे में ले लिया है तब क्या बीजेपी अपनी सबसे बड़ी वीडियो कॉन्फ़्रेंस को रद्द करेगी।
क्या नरेंद्र मोदी की सरकार ‘फ़ोटोशूट’ सरकार है? और क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ हैं? राहुल गाँधी ने शुक्रवार को मोदी और उनकी सरकार पर तल्ख टिप्पणी की।
सर्जिकल स्ट्राइक के मुख्य रणनीतिकार लेफ्टिनेंट जनरल रिटायर्ड दीपेंद्र सिंह हुडा अब कांग्रेस के साथ हैं। राहुल गाँधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर गठित टास्क फ़ोर्स की कमान दीपेंद्र सिंह हुडा को सौंपी है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के पुलवामा हमले के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिम कार्बेट पार्क में फ़िल्म की शूटिंग करने के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है।
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद देश में मातम है। दुख की इस घड़ी में कांग्रेस ने सुरक्षाबलों और सरकार के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई है। लेकिन आंतरिक सुरक्षा के मसले का क्या?
नेता जी के यह बयान देने के बाद कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें, राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर जोरदार चर्चा हो रही है कि आख़िर उन्होंने ऐसा क्यों कहा?