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राहुल के बयान पर सिब्बल बोले- मतदाताओं के विवेक का सम्मान करो

राहुल गांधी के उत्तर-दक्षिण वाले बयान को लेकर तो बीजेपी उन पर हमलावर थी ही, लंबे वक़्त से पार्टी के ख़िलाफ़ बोल रहे कपिल सिब्बल ने भी बीजेपी के सुर में सुर मिलाया है। सिब्बल ने क्या कहा है, इससे पहले यह जानते हैं कि राहुल ने क्या कहा था। 

राहुल बीते दिनों चुनावी राज्य केरल के दौरे पर थे। मंगलवार को तिरूवनंतपुरम में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “पहले 15 साल मैं उत्तरी क्षेत्र से सांसद था। तब मुझे एक अलग तरह की राजनीति करने की आदत हो गयी थी। मेरे लिए केरल आना ख़ुद को ताज़ा करने जैसा था और मैंने देखा कि यहां के लोग मुद्दों में ज़्यादा रूचि रखते हैं और सिर्फ़ ऊपर-ऊपर ही नहीं वे मुद्दों की तह तक जाते हैं।” 

इसे लेकर सिब्बल ने कहा कि मतदाताओं के विवेक का सम्मान करना चाहिए। हालांकि सिब्बल ने बीजेपी के ‘बांटो और राज करो’ के आरोप की खिल्ली उड़ाई। 

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सिब्बल ने एएनआई से कहा, “मैं उनके (राहुल के) बयान पर टिप्पणी करने वाला कौन होता हूं। उन्होंने यह बयान दिया है और वही इस बारे में विस्तार से बता सकते हैं कि किस संदर्भ में ऐसा कहा गया। लेकिन हमें देश के मतदाताओं का सम्मान करना चाहिए और उनके विवेक या बुद्धिमता का अपमान नहीं करना चाहिए।” पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने आगे कहा कि मतदाता जानते हैं कि उन्हें किसे और क्यों वोट देना है। 

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सिब्बल ने कहा, “राहुल के बयान को लेकर बीजेपी का यह कहना कि कांग्रेस देश को बांटने की कोशिश कर रही है, हंसी आती है और यह वह सरकार है जो 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही लोगों को बाटंने के काम में लगी है।” 

राहुल 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़े थे। अमेठी में उन्हें हार मिली थी जबकि वायनाड में वह बड़े मतों के अंतर से जीते थे।

किसान आंदोलन, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्ष के हमलों से जूझ रही बीजेपी ने राहुल के इस बयान को मुद्दा बना लिया था और इसे उत्तर और दक्षिण भारत को बांटने वाला बताया था। बीजेपी ने अपने सारे नेताओं और ट्रोल आर्मी को राहुल पर हमला करने में झोंक दिया था।

बीजेपी नेताओं ने किए हमले

अमेठी से राहुल गांधी को हराने वालीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल को एहसान फरामोश कहा था तो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इसे बांटो और राज करो की राजनीति वाला बयान बताया था। नड्डा ने गुजरात नगर निगम के चुनाव में बीजेपी को मिली जीत का भी जिक्र किया था। 

विदेश मंत्री एस. जयशंकर से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप सिंह पुरी, किरण रिजिजू सहित कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर हमला बोल दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी ट्वीट करने से नहीं चूके थे। 

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सिब्बल के बयान पर हुआ था विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन के बाद कपिल सिब्बल ने तीख़ी टिप्पणियां की थीं और वह पार्टी के बाक़ी नेताओं के निशाने पर आ गए थे। इससे पहले चिट्ठी विवाद के दौरान भी सिब्बल को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। 

राज्यसभा सांसद सिब्बल ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि लोग अब कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प के रूप में नहीं देखते और पार्टी नेतृत्व उन मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रहा है, जिनसे पार्टी जूझ रही है। 

उनके इस बयान पर कांग्रेस के सियासी दिग्गज अशोक गहलोत ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया था और तारिक़ अनवर, सलमान खुर्शीद के बाद कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सिब्बल पर हमला बोला था। 

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क़मर वहीद नक़वी

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