अमित शाह ने डिजिटल रैली में एक बार फिर दोहरा दिया कि आगामी चुनाव में नीतीश ही गठबंधन के नेता रहेंगे। इसके बावजूद नीतीश को लेकर बहुत से किंतु-परंतु बाक़ी हैं। ये माना जा रहा है कि नीतीश अब बीजेपी के लिए बोझ बन गए हैं और चुनाव के पहले या बाद में वह उनसे मुक्त होना चाहेगी। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-