चूँकि बीजेपी जानती है कि उसे वोट बजट से नहीं हिंदू-मुसलमान-पाकिस्तान से मिलता है तो उसे क्या ज़रूरत है कि वह बजट के तनाव में क्यों रहे? मोदी सरकार के दुबारा केंद्रीय सत्ता में आने के बाद पेश किए गए बजट में यही झलकता है। शीतल के सवाल में देखिए वरिष्ठ आर्थिक संपादक आलोक जोशी और वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ चर्चा।