ज़ाइडस कोरोना वैक्सीन की कीमत 265 रुपए होगी, लेकिन इसे लगाने के लिए 93 रुपए का एक जेट एप्लीकेटर भी खरीदना होगा। इस तरह एक टीके पर 358 रुपए का खर्च बैठेगा।
अमेरिका में इस पर बहस छिड़ी हुई है कि क्या कोरोना टीका और मास्क को अनिवार्य करना ठीक है। रिपब्लिकन पार्टी का कहना है कि यह निजी पसंद पर छोड़ दिया जाना चाहिए।
अमेरिकी कंपनी जॉन्सन एंड जॉन्सन के कोरोना टीके का भारत में आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की अनुमति मिल गई है। यहाँ बायलॉजिकल ई लिमिटेड इसे तैयार करेगा।
चोटी की अमेरिकी संस्था सीडीसी ने कहा है कि जिन्होंने कोरोना टीका नहीं लिया है, उनके संक्रमित होने की आशंका टीका लेने वालों की तुलना में 2.34 गुणे ज़्यादा है।
कोरोना टीका देने के तमाम सरकारी दावों के बीच 10 राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा है, यानी जितने लोगों की कोरोना जाँच कराई गई है, उनमें से 10 प्रतिशत लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।
जिन लोगों ने कोरोना टीके की दो खुराक़ें ले ली हैं, उन्हें बूस्टर डोज़ यानी तीसरी खुराक़ लेनी होगी। डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने इसकी वजह बताते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट पर मौजूदा टीके प्रभावी नहीं भी हो सकते हैं।
केंद्र सरकार ने कोरोना टीका नीति में बड़ा बदलाव करते हुए गर्भवती महिलाओं को भी टीका देने का एलान किया है। इसके तहत अब गर्भवती महिलाएं कोविन वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं या सीधे टीका केंद्रों पर जाकर टीका लगवा सकती हैं।
21 जून को कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया गया और रिकॉर्ड कायम किया गया, लेकिन उसके एक सप्ताह के अंदर ही कोरोना टीकाकरण अभियान में गिरावट आई। एक हफ़्ते के अंदर 68 प्रतिशत कम लोगों को कोरोना टीका दिया गया।
कोरोना टीकाकरण अभियान में मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर घोटाले की ख़बरें सामने आई हैं। मध्य प्रदेश वह जगह है जहां टीकाकरण अभियान के पहले ही दिन रिकॉर्ड टीकाकरण होने का दावा किया गया था, पर अब उन तमाम दावों की पोल खुलती नज़र आ रही है।
गुजरात सरकार ने आदेश दिया है कि 18 बड़े शहरों के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों, मैनेजरों और कर्मचारियों को 30 जून तक और बाक़ी क्षेत्रों में 10 जुलाई तक अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाना होगा।