कोरोना वायरस जिसने सारे भारत में सामान्य जनजीवन को ठप कर दिया है और लोगों को घरों में क़ैद रहने के लिए बाध्य कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कोरोना वायरस है क्या बला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे कोरोना वायरस के संकट पर देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कोरोना वायरस को लेकर उनका यह दूसरी बार संबोधन होगा।
शेयर बाज़ार में हाहाकारी गिरावट के बाद अब बहुत से लोग घबराए हुए हैं। पूछ रहे हैं कि कब थमेगी गिरावट! लेकिन अब ये पूछनेवाले भी बढ़ रहे हैं कि इतनी बड़ी गिरावट के बाद अब क्या यह बाज़ार में पैसा लगाने का एक शानदार मौक़ा है? आर्थिक विश्लेषक और सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी से सुनिए इन्हीं सवालों के जवाब।
कोरोना वायरस से 'सोशल डिस्टेंसिंग' यानी अलग-थलग रहने के नाम पर प्रताड़ित करने के बेहद शर्मनाक मामले आए हैं। एयरलाइंस के क्रू मेंबर यानी विमानों पर काम करने वाले लोगों और उनके परिजनों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
जनता-कर्फ्यू तो सिर्फ़ इतवार को था, लेकिन सोमवार को भी वह सारे देश में लगा हुआ मालूम पड़ रहा है। मेरा घर गुड़गाँव की सबसे व्यस्त सड़क गोल्फ कोर्स रोड पर है लेकिन इस सड़क पर आज भी हवाइयाँ उड़ रही हैं।
कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली में लॉकडाउन के बीच ही अब नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ तीन महीने से भी ज़्यादा समय से शाहीन बाग़ में प्रदर्शन कर रहे लोगों को मंगलवार सुबह हटा दिया गया।
महाराष्ट्र में कई जगहों पर लॉकडाउन की घोषणा किये जाने के बावजूद लोग घरों से बाहर निकल रहे थे। इसी के मद्देनजर अब पूरे महाराष्ट्र में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
किसी देश का नेता अगर समझदार और ज़िम्मेदार न हो तो उसे बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। वे उसे युद्ध में झोंक सकते हैं, आर्थिक संकट खड़ा कर सकते हैं और कई बार देशवासियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ भी खड़ी कर सकते हैं।
कोरोना वायरस की गंभीरता के मद्देनज़र सोमवार दोपहर 2 बजे से समूचे पंजाब के 22 ज़िलों और संबंधित कस्बों-गाँवों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसकी घोषणा राज्य सरकार ने की है।
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने कहा है कि कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 415 हो गई है। रविवार को 19 नये मामले सामने आए हैं।
आईसीएमआर ने कहा है कि वायरस से संदिग्ध रूप से संक्रमित 80 फ़ीसदी लोग सर्दी-बुखार के बाद ठीक हो जाएँगे। क़रीब 5 फ़ीसदी बीमार लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने की ज़रूरत पड़ सकती है।