मोदी समर्थक बॉलीवुड और क्रिकेट के स्टारों ने भी विदेशी हस्तियों द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करार देते हुए उनकी आलोचना की है।
विपक्ष ने किसान आन्दोलन पर लोकसभा में चल रही बहस के दौरान सरकार से कहा कि तीनों कृषि क़ानूनों को तुरन्त वापस ले लिया जाना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार को इसके लिए एक विधेयक तैयार करना चाहिए।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। चिदंबरम : अमेरिका की संसद पर हमले पर पीएम क्यों बोले?हरसिमरत : किसानों को मौत की ओर धकेला जा रहा है
कीलों की हटाने की फ़ोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तो ऐसा लगा कि दिल्ली पुलिस को शायद सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश आया होगा। क्योंकि इसे लेकर सरकार की लगातार आलोचना हो रही थी।
गणतंत्र दिवस के दिन जब किसानों की ट्रैक्टर परेड बेकाबू हो गई और हज़ारों किसान तयशुदा रूट छोड़ कर और पुलिस बैरिकेड तोड़ कर दिल्ली में दाखिल हो गए थे तो लोगों को बरबस चौरी-चौरा कांड की याद आई थी।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अब अमेरिका बोला- शांतिपूर्ण प्रदर्शन लोकतंत्र की पहचान । अमेरिका : कृषि क़ानून भारतीय बाज़ारों की दक्षता सुधारेंगे
गणतंत्र दिवस पर किसान प्रदर्शन के दौरान हिंसा पर ट्वीट के लिए सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना पर केस दर्ज किया गया है। नोटिस भेजकर उन्हें पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आन्दोलन कर रहे किसानों से मिलने ग़ाज़ीपुर गए सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया है। दूसरी ओर, संसद में कृषि क़ानूनों पर बहस चल रही है।
किसान आंदोलन पर पॉप सिंगर रियाना के ट्वीट से भले ही बीजेपी सरकार बौखलाई हो, लेकिन इस बीच अमेरिका ने भी अब टिप्पणी कर दी है। भारत में किसान आंदोलन पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन लोकतंत्र की पहचान है।
क्या नरेंद्र मोदी सरकार और सत्तारूढ़ बीजेपी के लोग किसान आन्दोलन को मिल रहे अंतरराष्ट्रीय समर्थन से बौखला गए हैं? यह सवाल इसलिए उठ रहा कि सरकार की तरफ़ से ज़ोरदार जवाबी हमला बोला गया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। राकेश टिकैत : गद्दी वापसी की माँग की तो मुश्किल हो जाएगी ।संसद में गूँजा किसानों का मुद्दा, विपक्ष ने मोदी सरकार को जमकर घेरा
बडे अंतरराष्ट्रीय सितारों के ट्वीट से परेशान क्यों सरकार ? क्या बीजेपी को होगा बडा नुकसान ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेंद्र चौधरी, रविकांत, सतीश के सिंह, निर्मल पाठक, कार्तिकेय बत्रा, रवि आंबेकर !