टिकैत के आँसुओं से पश्चिमी यूपी में मज़बूत हुआ किसान आंदोलन! सिंघु बॉर्डर पर उपद्रव के पीछे कौन? योगी को भारी पड़ेंगे टिकैत? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ।Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। महापंचायत : लोग बोले- टिकैत के हर आँसू का बदला लिया जाएगा । महापंचायत में फैसला- गाजीपुर पहुँचकर आंदोलन मजबूत करें
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। मुज़फ़्फ़रनगर में हुई महापंचायत, उमड़ पड़ा जनसैलाब । संजय सिंह बोले - आंदोलन ख़त्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं
कल रात की घटनाओं ने ग़ाज़ीपुर बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को संजीवनी दे दी है । हज़ारों किसानों ने कल रात से आज तक यहाँ दबिश दी । कल उखड़ गये टेंट आज फिर लग रहे हैं और आये हुए किसान रात यहीं बिताने की मंशा रखते हैं , शीतल पी सिंह की रिपोर्ट
दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन पर चर्चा। सिंघु बॉर्डर पर किसने कराया बवाल? पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैसे मजबूत हुआ आंदोलन? देखिए वरिष्ठ पत्रकारों की चर्चा। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आंदोलन को लेकर आज मुज़फ़्फरनगर में किसानों की महापंचायत । राकेश टिकैत के आँसुओं के बाद समर्थन में उतरे विपक्षी नेता
गणतंत्र दिवस पर किसानों की परेड में एक गुट द्वारा हिंसा की गई। समूचे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की रिपोर्टिंग आईटीओ, बादली और नांगलोई में होने वाली छिटपुट हिंसा पर ही केंद्रित थी, जबकि 95 फ़ीसदी ट्रैक्टर परेड शांतिपूर्वक रही।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। टिकैत : आंदोलन ख़त्म नहीं होगा, शांति बनाए रखें । मुज़फ़्फरनगर में आज किसानों की महापंचायत, जुटेंगे किसान
दुष्कर्म करने वाली अधिकांश भारतीय मीडिया का हालिया रिकॉर्ड देखकर उनको जनता का दुश्मन क़रार देना कुछ ग़लत न होगा। किसान आंदोलन में कैसी रही इसकी भूमिका?
क्या राकेश टिकैत के रो पड़ने ने किसान आंदोलन में नये सिरे से जान फूँक दी है? रात यह लग रहा था कि पुलिस ज़बरन किसानों को ग़ाज़ीपुर बॉर्डर से हटा देगी लेकिन वैसा नहीं हुआ।
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गाज़ीपुर से किसानों को हटाने की ख़बरों के बीच तनाव है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है तो किसान भी भारी तादाद में पहुँच गए हैं। टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।