कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीटी नेन जेईई मेन जुलाई सत्र को स्थगित कर दिया है। इसकी नयी तारीख़ की घोषणा बाद में की जाएगी।
केंद्र सरकार जेईई और एनईईटी परीक्षाएं हर हाल में करवाने पर अडिग है और छात्रों की तमाम समस्याओं की अनदेखी करते हुए उनकी तमाम आपत्तियों को खारिज कर रही है। ऐसे में वर्चुअल परीक्षा क्यों नहीं हो सकती?
JEE NEET Exam: क्या लाखों छात्रों की ज़िन्दगी को कोरोना काल में दाँव पर लगा दिया जाए? या कोरोना की वजह से देश के लाखों छात्रों का एक साल बर्बाद कर दिया जाए? वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी का विश्लेषण। Satya Hindi
JEE की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच और NEET की परीक्षा 13 सितंबर को निर्धारित है। क्या लाखों छात्रों की ज़िन्दगी को कोरोना काल में दाँव पर लगा दिया जाए? क्या कोरोना की वजह से देश के लाखों छात्रों का एक साल बर्बाद कर दिया जाए?
जेईई और एनईईटी एग्जाम का मुद्दा सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। छात्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के ऐसे ख़तरनाक दौर में इन एग्जाम को नहीं कराया जाना चाहिए।
कोरोना संकट के बीच ही आईआईटी-जेईई और नीट परीक्षा से अभ्यर्थी और उनके अभिभावक घबराए हुए हैं और वे तारीख़ को आगे बढ़वाना चाहते हैं। छात्रों ने अब सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया है।