अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन का रास्ता साफ़ हो गया है। डोनल्ड ट्रंप ने आख़िरकार सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की हामी भर दी है। जीएसए ने जो बाइडन को सोमवार को साफ़ तौर पर विजेता घोषित कर दिया है।
अमेरिका के अगले राष्ट्रपति पर अजीबोगरीब उलझन है। पॉपुलर वोटों के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव जो बाइडन को जीता हुआ बताया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी आख़िरी घोषणा नहीं हुई है। ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं हैं।
बाइडन ने कहा कि जो हारे हैं वे भी अमेरिकी हैं। किसी और मौके पर यह सब कुछ बहुत ही घिसा-पिटा लगता लेकिन चुनाव नतीजों के बाद इस वक्तव्य को सुनते हुए रोने वालों की संख्या कम न थी।
ओबामा सरकार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार और उसमें भारत को सदस्यता देने वाले प्रस्ताव के समर्थन में ला खड़ा करने का श्रेय भी बाइडन को ही दिया जाता है।
अमेरिका में ट्रंप की हार और बाइडन की जीत में भारत के लिये क्या कोई संदेश है? क्या अमेरिका पर से संकट टल गया है? आशुतोष की प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल से बातचीत।
अमेरिका में जाकर 'अबकी बार ट्रंप सरकार' का नारा लगाने वाले भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की जीत पर बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि भारत-अमेरिका संबंध नई ऊँचाइयों पर पहुँचेंगे।
काँटे की टक्कर में अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने कहा है कि वह सबको एक साथ लेकर चलेंगे। भावी राष्ट्रपति ने अमेरिकियों को एकजुट करने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई।
डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने काँटे की टक्कर में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार व मौजूदा राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को हराया है।
अमेरिकी चुनाव में किसकी जीत भारतीयों के लिए ज़्यादा फ़ायदेमंद होगी- डोनल्ड ट्रंप की या फिर जो बाइडन की? और इनमें से किससे भारत को ज़्यादा नुक़सान होगा?
ऐसे समय जब अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेट उम्मीदवारों के बीच काँटे की टक्कर चल रही है और दोनों के बीच कई राज्यों में बहुत ही कम वोटों का अंतर है, देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
अमेरिकी चुनाव पर पूरे विश्व में ख़ास तौर पर बुद्धिजीवी और लिबरल लोगों को यक़ीन था कि इस बार बहुत बड़े अंतर से ट्रंप की विदाई होगी। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। आख़िर क्या है ट्रंप का जादू और क्यों हैं इतने लोकप्रिय?
ऐसे समय जब रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप डोमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन से लगभग 40 सीटों से पीछे चल रहे हैं और उनका जीतना बेहद मुश्किल हो चुका है, उनकी प्रचार टीम ने पेनसिलविनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन में अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
अमेरिका के ऐतिहासिक और रोमांचक राष्ट्रपति चुनाव में वही हो रहा है जिसका डर था। चुनाव के दिन और उससे पहले हुए भारी मतदान के कारण काँटे की टक्कर वाले पाँच बड़े राज्यों में मतगणना पूरी करने में समय लग रहा है।
अमेरिका सिखायेगा ट्रंप को सबक़? ट्रंप बाइडन से लगातार पीछे चल रहे हैं? सारे सर्वे उनके हार की भविष्यवाणी कर रहे हैं? क्या वो हार चुके हैं राष्ट्रपति का चुनाव? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी और स्मिता शर्मा!