क्या फ़ेल हो गया अमित शाह का ब्रह्मास्त्र? क्या देवेंद्र फडणवीस सरकार बचा पाएँगे? क्या शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस बचा पाएँगी अपने विधायकों को? महाराष्ट्र में इतनी नाटकीयता क्यों है? क्या सुप्रीम कोर्ट का सोमवार को आने वाला फ़ैसला तय करेगा महाराष्ट्र में सरकार का भविष्य? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
महाराष्ट्र सरकार में राजनीतिक उठापटक को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की दायर अपील पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का संदेश क्या है? कौन पक्ष मारेगा बाज़ी?
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने पहली बार साफ़ संकेत दिए हैं कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस-एनसीपी तैयार हैं। मलिक ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी ने साथ मिलकर यह फ़ैसला किया है कि हमें महाराष्ट्र में वैकल्पिक सरकार ज़रूर देनी चाहिए।
अब क़रीब-क़रीब तय है कि महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनेगी। सोनिया गाँधी से हरी झंडी मिलने की ख़बर है। लेकिन इससे पहले शरद पवार, शिवसेना और कांग्रेस को लेकर अलग-अलग अफ़वाहें क्यों फैलाई गईं? इसका क्या था मक़सद? सवाल यह भी है कि अब कौन बनेंगे मुख्यमंत्री? देखिए आशुतोष की बात।
चुनाव नतीजे आने के बाद से ही राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहे महाराष्ट्र में अब लगता है कि सरकार गठन का रास्ता साफ़ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक़, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सरकार गठन के लिए शिवसेना को समर्थन देने पर हरी झंडी दे दी है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उठापटक पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने महाराष्ट्र में राज्यपाल के राष्ट्रपति शासन लगाने के फ़ैसले का बचाव किया है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने में इतनी जल्दी क्यों? 24 अक्टूबर को नतीजे। 8 नवंबर तक गवर्नर चुप बैठे रहे। पर शिवसेना को 48 घंटे भी देने को तैयार नहीं। क्या राज्यपाल ने निष्पक्ष भूमिका निभाई? या वह केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे थे? देखिए सत्य हिंदी पर वरिष्ठ पत्रकार शैलेश और शीतल पी सिंह की चर्चा।
क्या मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक एनसीपी सरकार बनाने का दावा पेश कर पाएगी? कांग्रेस की दुविधा के बाद अब महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी क्या सरकार बना पाएँगी? क्या कांग्रेस के बिना यह संभव है? क्या राष्ट्रपति शासन की स्थिति बन रही है? महाराष्ट्र में क्यों गहराया राजनीतिक संकट? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।
आख़िरकार बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाने का फ़ैसला किया है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी नेताओं ने शाम को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाक़ात के बाद यह बात साफ़ कर दी।
मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा, यह दावा भले ही शिवसेना बरसों से कर रही है लेकिन आज उसके इस ख़्वाब को साकार कराने में शरद पवार की ही महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।